
सिर्फ हमारे 'चंदामामा' नहीं हैं सौर परिवार में, 200 से ज्यादा चंद्रमा मौजूद
क्या होते हैं चंद्रमा: नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) ने चंद्रमा को एक प्राकृतिक उपग्रह के रूप में परिभाषित किया है, जो 'शायद सौर मंडल के र्मिाण के शुरुआती दौर में ग्रहों के चारों ओर मौजूद गैस और धूल की disc से बने हैं। सौर मंडल में चंद्रमा विभिन्न प्रकार और आकार में मौजूद हैं। ये आमतौर पर ठोस होते हैं। आमतौर पर इनके नाम विभिन्न संस्कृतियों के पौराणिक पात्रों के नाम पर रखा जाता है। हालांकि, यूरेनस के चंद्रमा का नाम शेक्सपियर के पात्रों या अलेक्जेंडर पोप की कविताओं के नाम पर रखे गए हैं। हमारे सौरमंडल में 200 चंद्रमा हैं। इनमें सबसे ज्यादा, 82 चंद्रमा अकेले शनि ग्रह के हैं। इसके बाद 79 चंद्रमाओं के साथ बृहस्पति ग्रह दूसरे स्थान पर है। वहीं, बुध और शुक्र दोनों ही का कोई चंद्रमा नहीं है। पृथ्वी का सिर्फ एक चंद्रमा है।
डीमोस: यह मंगल ग्रह के दो चंद्रमाओं में से एक है। इसका नाम ग्रीक देवता के नाम पर रख गया है। इसकी खोज अमरीकी खगोलशास्त्री आसफ हॉल ने की थी। मंगल के दूसरे चंद्रमा का नाम डीमोस के भाई फोबोस के नाम पर रखा गया है।
गेनीमीड: गेनीमीड, बृहस्पति का सबसे बड़ा चंद्रमा है। इसका नाम ज्यूस/ज्यूपिटर के प्रेमी के नाम पर रखा गया है। यूरोपा की तरह इसकी खोज भी गैलीलियो गैलीली ने वर्ष 1610 में की थी।
टाइटेनिया: यह यूरेनस के 27 चंद्रमा में सबसे बड़ा है जिसका नाम विलियम शेक्सपियर के 'ए मिडसमर नाइट्स ड्रीम' में परियों की रानी के नाम पर रखा गया है। टाइटेनिया की खोज ब्रिटिश खगोलशास्त्री विलियम हर्शल ने 1787 में की थी।
पृथ्वी का चंद्रमा
यह पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह है। इसे सौर मंडल के चंद्रमाओं में पांचवां सबसे बड़ा चंद्रमा माना जाता है। पृथ्वी का चंद्रमा, सौर मंडल के उन चंद्रमाओं में से एक है, जिसका अपना वायुमंडल है, इसे बहिर्मंडल कहा जाता है। नासा के अनुसार, गैलीलियो गैलीली द्वारा बृहस्पति के चंद्रमाओं की खोज करने से पहले, लोगों को यही लगता था कि हमारा चंद्रमा ही सौरमंडल का एकमात्र चंद्रमा है।
Published on:
30 Aug 2021 08:28 pm
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