
Young Giant Planet Offers Clues to Formation of Exotic Worlds
नई दिल्ली। अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (US Space Agency NASA) ने एक नए ग्रह की खोज की है। नासा के मुताबिक ये ग्रह बृहस्पति (Jupiter) से बहुत मिलता-जुलता है। बताया जा रहा है कि इस नए ग्रह से सौरमंडल (Solar System) की कई नए बातें सामने आ सकती है। दरअसल, अंतरिक्ष में सौरमंडल (Solar System) के बाहर मौजूद तारों और ग्रहों ने की मदद से वैज्ञानिक सौरमंडल के बारे में जानकारी इकट्ठा करते हैं।
सूर्य (Sun) के बारे में तो ज्यादातर जानकारियां इन्हीं ग्रहों की मदद से ही मिली है। इसके अलवा पृथ्वी पर जीवन कैसे और कब शुरू हुआ इस सवाल के जवाब भी इन्हीं ग्रहों की मदद से ढ़ूढ़ा जा रहा है। यही वजह है कि वैज्ञानिकों को सौरमंडल (Solar System) के बाह्यग्रहों (Explanets) में खासी दिलचस्पी होती है।
अब नासा (Nasa) को मिले इस नए बाह्यग्रह से सौरमंडल (Solar System) के राज खुल सकते हैं। बीते दिनों नासा ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर इस बाह्यग्रह की खोज की जानकारी दी गई है। द सन की एक रिपोर्ट की मुताबिक ये ग्रह हमारे सौरमंडल के बृहस्पति ग्रह से काफी मिलता जुलता है।
इस ग्रह का नाम HIP 67522 b दिया गया है। इसे अब तक कासबसे युवा बृहस्पति ग्रह माना जा रहा है। यह ग्रह एक अच्छे अध्ययन किए जा चुके तारे का चक्कर लगा रहा है। नासा के मुताबिक यह ग्रह गर्म बृहस्पति ग्रहों की श्रेणी में आता है जो बृहस्पति के आकार के होते हैं और गैसों से बने होते हैं। ये अपने सौरमंडल में सबसे बड़े होते हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक इस ग्रह की उम्र लगभग कुछ ही लाख साल है। ऐसे में ये दूसरे अन्य गर्म बृहस्पति ग्रहों के मुकालबे काफी युवा है, जो कम से कम अरबों साल पुराने हैं।
नासा का कहना है कि ग्रह HIP 67522 b पृथ्वी से केवल 490 प्रकाश वर्ष ही दूरी पर स्थित है। इसके तारे का वजह हमारे सूर्य के जैसा ही है. इसका व्यास हमारी पृथ्वी से दस गुना बड़ा है।
कैसे मिला ग्रह HIP 67522 b?
ग्रह HIP 67522 b को नासा ने ट्रांजिंग एक्सोप्लैनेट सर्वे सैटेलाइट (TESS) की मदद से खोजा है। ऑस्टिन की टेक्सास यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक एरोन रिजूटो (Scientist Aaron Rizzuto of Texas University of Austin)ने बताया कि इस ग्रहों का अध्ययन कर हम अपने सौरमंडल के बारे में काफी कुछ पता लगा सकते हैं। ये ग्रह हमें बता सकते हैं कि हमारे सौरमंडल में क्या खास और समान बातें हैं. इसने यह भी पता चल सकता है कि हमारे सौरमंडल और उसके ग्रहों का निर्माण कैसे हुआ।
एरोन रिजूटो (Aaron Rizzuto) ने बताया कि गर्म बृहस्पति ग्रह अपने ही तारे का बहुत पास चक्कर लगाते है। ये चक्कर करीब 18 घंटे में पूरा हो जाता है। लेकिन HIP 67522 b तो अपने तारे का चक्कर केवल 7 दिन लग जाते हैं।
Published on:
25 Jun 2020 04:14 pm
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