
कोरोना का नया वैरिएंट बीएफ-7, डॉक्टरों ने बताया बचाव का तरीका
सीहोर. कोरोना के नए वैरिएंट का नाम बीएफ-7 बताया जा रहा है, जिसकी चपेट में आने से व्यक्ति को सर्दी, सिरदर्द और बुखार जैसी समस्या होती है, इस वैरिएंट के लक्षण भी ओमिक्रॉन की तरह है, जो शरीर में सामान्य प्रभाव ही डालते हैं, लेकिन उसकी जांच होने पर ही पता चलता है कि आपको कोरोना है या नहीं, चीन में कोरोना का कोहराम मचने के कारण भारत में अलर्ट जारी किया गया है, इसी के चलते मध्यप्रदेश के चिकित्सक भी लोगों को कोरोना के नए वैरिएंट से बचने के लिए कुछ तरीका बता रहें हैं, ताकि फिर से कोरोना की दूसरी लहर जैसी लहर नहीं आए।
कोरोना से बचने चिकित्सक के सुझाव
-भीड़ भाड़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचें।
-बहुत ज्यादा जरूरी हो तो मास्क लगाकर ही जाएं।
-कुछ खाने से पहले हाथों को साबुन से जरूर धोएं।
-सर्दी-जुकाम और बुखार वाले व्यक्ति से दूर रहें, उसे चिकित्सक को दिखाने की सलाह दें।
-इम्युनिटी बरकरार रखने के लिए घरेलू चीजों का इस्तेमाल करें।
-गर्म पानी पीएं, काली मिर्च और अदरक वाली चाय पीएं।
-गर्म और ताजा भोजन करें।
-बाहर की खुली चीजों को खाने से बचें।
-फिर भी तबियत खराब होती है तो चिकित्सक को दिखाएं, ताकि समय पर उपचार हो जाए।
कोरोना के नए वैरिएंट बीएफ-7 के फैलने का लगातार खतरा मंडरा रहा है। ऐसे समय में जिले में वैक्सीन का एक भी डोज उपलब्ध नहीं होने से अकाल पड़ गया है। अस्पताल में रोजाना वंचित लोग वैक्सीन का पहला, दूसरा, प्रिकॉशन डोज लगाने पहुंच रहे पर परेशान होकर मायूस लौट रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग 20 हजार डोज बुलाने उच्च स्तर पर डिमांड भेजने की बात कह रहा है,लेकिन यह कब आएगी कहना मुश्किल है। इससे आगे भी लोगों की समस्या बढ़ती दिख रही है।
जानकारी के अनुसार 16 जनवरी 2021 से जिले में वैक्सीनेशन लगाने की शुरुआत हुई थी। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अब तक 10 लाख 95 हजार 417 लोगों ने वैक्सीन का पहला, 10 लाख 8 हजार 566 ने दूसरा, 2 लाख 57 हजार 35 ने प्रिकॉशन डोज लगाया है। जब बीच में कोरोना की रफ्तार थमी तो लोगों ने वैक्सीन लगाने से दूरी बनाकर लापरवाही दिखाई। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लगातार जिन लोगों ने पहला लगाया उनको दूसरा और दूसरे वालों को प्रिकॉशन डोज लगाने कहा,फिर भी आगे नहीं आए। इससे वैक्सीनेशन कार्य ठप पड़ गया था।
एक भी डोज उपलब्ध नहीं
वर्तमान में देश में बढ़ते कोरोना के नए वैरिएंट को देखकर वंचित लोग वैक्सीन लगाने वापस सामने आने लगे हैं, लेकिन अब वैक्सीन के डोज उपलब्ध नहीं होने से समस्या खड़ी हो गई है। अभी की स्थिति में स्वास्थ्य विभाग के पास वैक्सीन का एक भी डोज उपलब्ध नहीं है। वंचित लोग हर दिन सरकारी अस्पतालों में पहुंच रहे पर डॉक्टर उनको वैक्सीन नहीं होने की बात कहकर चलता कर रहे हैं। बड़ी बात यह है कि जिले में 87 हजार ने दूसरा और 8 लाख 38 हजार 382 लोगों ने प्रिकॉशन (बूस्टर) डोज नहीं लगाया है।
डॉक्टर बोले- सावधानी ही बचाव
डॉक्टर के अनुसार कोरोना से बचाव के लिए सावधानी बरतना बहुत जरूरी है। इसके लिए लोगों को घर से बाहर निकलते समय मुुंह पर मास्क लगाना होगा, भीड़ वाले एरिया में जाने से बचकर सामाजिक दूरी का पालन करना होगा। यही नहीं हाथों को हमेशा साबुन से धोना या सैनेटाइज करना जरूरी है। यदि बीमार हुए तो लेटलतीफी नहीं करते हुए डॉक्टर के पास जाकर इलाज कराना चाहिए, जिससे कि स्थिति नहीं बिगड़े। इधर जिला अस्पताल में भी कोरोना से निपटने पूर तैयारी है। एक हजार एलपीएम (लीटर पर मिनिट) और 300 एलपीएम का ऑक्सीजन प्लांट तैयार होकर चालू हो गया है। कोरोना मरीजों को भर्ती करने 50 बेड हैं। कोरोना से निपटने के लिए मॉकड्रिल भी की जा रही है।
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अभी वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। हमारी तरफ से 20 हजार वैक्सीन बुलाने के लिए उच्च स्तर पर डिमांड बनाकर भेजी जाएगी। पांच जनवरी तक वैक्सीन मिलने की उम्मीद है।
-डॉ. एमके चंदेल, जिला टीकाकारण अधिकारी सीहोर
Published on:
31 Dec 2022 10:45 am
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