गौरतलब है कि मृतक संतोष यादव की चार बेटियां हैं,एक बेटा है, अब परिवार में कमाने वाला कोई नहीं है। इसी तरह गुल्ठू यादव के यहां दो बेटियां, पत्नी है, वही परिवार का मुखिया था। इसी तरह तीसरे मृतक अन्नू बर्मन का परिवार भी आर्थिक रुप से इतना सक्षम नहीं है, कि वह अपना गुजारा कर सके, हालांकि शासन से इन परिवार को मुखिया की मृत्यु के उपरांत अंत्येष्टि के लिए कुछ आर्थिक सहायता मिली है। अंत्येष्टि में बड़ी संख्या में नागरिक शामिल हुए।