
सिवनी. क्रिकेट मैच में सट्टा लगाने वाला गिरोह जिले में भी सक्रिय है। बीते दिनों छिंदवाड़ा और फिर सिवनी में पकड़े गए आरोपियों से इसका खुलासा हुआ है। इन दिनों आईपीएल मैच चल रहा है और इसी के साथ इन मैचों पर लगने वाला लाखों का ऑनलाइन सट्टा परवान चढ़ चुका है। सट्टा खिलाने वाले शहर के बुकियों के एजेंट््स कई जगह जम गए हैं। पुलिस की नजर से बचने के लिए कुछ बुकी जबलपुर, नागपुर, छिंदवाड़ा पहुंच चुके है तो कई शहर में ही रहकर अपने एजेंट््स को ऑपरेट कर रहे है। कई बुकियों ने बाहर के एजेंट््स को हायर कर रखा है और पुलिस की नजरों से बचने बाहरी लोगों से शहर में ऑनलाइन सट्टे का कारोबार संचालित करवा रहे हैं। बुकी वेबसाइट और एप के जरिए हर गेंद पर हार-जीत के दांव लगवा रहे हैं। अपना अलग प्लेटफॉर्म और एक्सचेंज बनाकर धड़ल्ले से क्रिकेट सट्टा चलाया जा रहा है। ऑनलाइन खेल के फेर में सटोरियों को दबोचना पुलिस के लिए भी मुश्किल हो रहा है। पूरा खेल हाइटेक होकर ऑनलाइन हो गया है। वेबसाइट, एप और मोबाइल पर चल रहे ऑनलाइन सट्टा बुकी कारों में बैठकर और घूम-घूम कर खिला रहे हैं।
पुलिस एक आरोपी को कर चुकी है गिरफ्तार
सिवनी कोतवाली पुलिस ने एक अप्रेल को अम्बेडकर वार्ड बसोड़ी मोहल्ला में छापेमार कार्रवाई करते हुए आईपीएल क्रिकेट मैच में सट्टा लगाते हुए आरोपी 29 वर्षीय संदीप जंघेला को पकड़ा था। आरोपी के मोबाइल की जांच करने पर पुलिस को एप में 99 विन वज साइट में स्वयं की आईडी से रुपयों का दांव लगाना पाया गया। पुलिस ने धारा 4 (क) पब्लिक गेम्बलिंग एक्ट का अपराध दर्ज किया।
पड़ोसी जिले से जुड़ा कनेक्शन
पड़ोसी जिला छिंदवाड़ा में भी पुलिस एक हफ्ते में दो बड़ी कार्रवाई कर चुकी है। 27 मार्च को पुलिस ने छापाखाना निवासी 26 वर्षीय यश गुप्ता को आईपीएल मैच पर सट्टा लगवाते रंगेहाथ पकड़ा था। युवक मोबाइल एप्प के जरिए सट्टा लगवा रहा था। बड़ी बात यह है कि आरोपी ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसने यह काम तीन फीसदी कमीशन पर सिवनी निवासी आरोपी सौरभ पे्रमचंद से लिया था। युवक के पास से पांच हजार नकद और लाखों रुपए का हिसाब-किताब पुलिस ने बरामद किया। हालांकि पुलिस अब तक आरोपी सौरभ प्रेमचंदानी को पकड़ नहीं पाई है। उसके पकड़े जाने के बाद सिवनी एवं छिंदवाड़ा जिले में उसके तार किस-किस लोगों से जुड़े हुए हैं इसका खुलासा हो पाएगा। वहीं एक अप्रेल को भी छिंदवाड़ा पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ा था। आरोपियों के पास चार आईडी पाई गई। जिससे वे आईपीएल का सट्टा खिलवा रहे थे। साथ ही लाखों रुपए का लेनदेन भी पाया गया।
मोबाइल पर पूरा खेल
बताया जाता है कि बड़े बुकी ने अपने अलग-अलग नाम से ऑनलाइन एक्सचेंज बना लिए हैं। इसकी वेबसाइट और एप का पासवर्ड अपने नीचे छोटे बुकी या प्लेयर(सट्टा खेलने वाले) को देते है। एडवांस रकम लेकर ऑनलाइन सट्टा खेलने की क्रेडिट देते है। अपना ऑनलाइन प्लेटफॉर्म बनाने के बाद बुकी पूरा खेल मोबाइल फोन पर कर रहे हैं। मोबाइल पर आसानी से चल सकें इसलिए कम जीबी का एप-वेबसाइट बनाते हैं।
हर गेंद, हर रन पर रेट तय
शहर में रहने वाले सटोरिए सट्टा लगाने वाले की जानकारी बड़े-बड़े शहरों में बैठे अपने सरगना को दे रहे हैं। इनकी इच्छा के अनुसार मैच की हर गेंद, ओवर और रन का रेट निर्धारित कर कारोबार किया रहा है। बीते वर्षों में हुई कार्रवाई में पुलिस को छानबीन में पता चला है कि सटोरिए के प्लेटफॉर्म पर चलने वाले आइपीएल मैच का स्कोर अन्य लाइव स्कोर दिखाने वाले माध्यमों से ज्यादा तेज है। संभावना है कि बुकी के एजेंट क्रिकेट मैदान में मौजूद रहते हैं। वहीं से हर गेंद का स्कोर उसी समय अपडेट करते हैं। लाइव अपडेट पहले होने का फायदा उठाकर सटोरिए हर बॉल के दांव बुक करके लाखों रुपए कमाते हैं।
इनका कहना है..
ऑनलाइन क्रिकेट सट्टे की सूचना मिलने पर त्वरित कार्रवाई की जाती है। पुलिस और मुखबिर तंत्र लगातार इसकी निगरानी कर रही है। पूर्व में इस तरह की कार्रवाई की गई है। ऑनलाइन सट्टे पर कार्रवाई हमारी प्राथमिकता है। हम पूरी तरह से सतर्क हंै।
सुनील मेहता, एसपी, सिवनी
Published on:
15 Apr 2025 01:24 pm
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