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आसमान से छटे चिंता के बादल, टल गई किसानों की चिंताएं

3 डिसे उछला अधिकतम पारा, रात का 2 डिग्री गिरा

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शहडोल। आसमान साफ होने से किसानों की चिंताएं टल गई हैं। शुक्रवार को सुबह से ही आसमान साफ रहा, दोपहर के समय चिलचिलाती धूप ने अधिकतम पारा 3 डिग्री सेल्सियस बढ़ा दिया। मौसम साफ होने के कारण किसान भी फसलों की कटाई में लग गए हैं। अधिकांश रवि फसलें पक चुकी हैं और खेतों में खड़ीं हैं। विगत दिन आसमान में छाए बादलों व बारिश की संभावना ने किसानों की धड़कनें तेज कर दीं थीं। ऐसे सीजन में यदि बारिश और ओला वृष्टि होती तो अन्नदाता की कमर टूट जाती।
शुक्रवार को शहर का अधिकतम पारा 29 डिसे दर्ज किया गया जो कि गुरुवार की तुलना में 3 डिग्री सेल्सियस अधिक था। वहीं दूसरी तरफ न्यूनतम पारें २ डिसे की गिरावट दर्ज की गई। जो कि १५ से घटकर १३ पर आ गया।
कृषि वैज्ञानिकों की मानें तो क्षेत्र में अभी चना, मसूर, अलसी, अरहर की फसलें पक चुकी हैं। कुछ जगहों पर किसानों ने फसलें काटना भी शुरु कर दिया है। ऐसें समय में किसान जल्द से जल्द अनाज को सुरक्षित करने की जुगत में लग गए हैं। हालाकि गेहूं की फसलें अभी भी हरी बनी हुई हैं। मौसम को देखते हुए किसानों का चिंतित होना स्वभाविक है। हालाकि अब मौसम साफ हो गया है।

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चार ट्रेनें फिर हुई लेट, मरम्मत काय बताया जा रहा कारण

शहडोल। ट्रेनों के चार से पांच घंटे देरी से आने का क्रम लगातार जारी है। शुक्रवार को भी चार एक्सप्रेस ट्रेनें घंटों लेट आईं। गोंदिया बरौनी एक्सप्रेस ढाई घंटे, सारनाथ साढ़े ५ घंटे, जम्मूतवी ५ घंटे और बरौनी गोंदिया ३ घंटे देरी से शहडोल स्टेशन पहुंची। होली के पहले से ही लंबी दूरी की ट्रेने प्रभावित हो रहीं हैं। सारनाथ, गोंदिया जैसी महत्वपूर्ण ट्रेनें प्रतिदिन पांच-पांच घंटे देरी से आ रहीं हैं। ऐसी स्थिती में यात्रियों को खासी परेशानियां झेलनी पड़ रहीं हैं। रेलवे अधिकारियेां ने बताया कि यूपी, बिहार और एमपी में भी रेल लाइन मरम्मत कार्य चल रहा है। पटरियों के कार्य के चलते यात्री ट्रेनें प्रभावित हो रहीं हैं। इसके अलावा अभी ट्रेनों में भीड़ भी देखी जा रही है।
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