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शहडोल. ग्रामीणों को शिक्षा और रोजगार से जोडऩे नए-नए विकल्प तलाशे जा रहे हैं। जिले के पांचों ब्लाकों की ग्राम पंचायतों को चिन्हित कर उन्हे स्मार्ट विलेज के रूप में विकसित करने की कार्य योजना बनाई जा रही है। जहां ग्रामीणों को समुचित संसाधन और सुविधाएं उपलब्ध कराने के हर संभव प्रयास होंगे। ग्रामीणों को शिक्षा से जोडऩे नवाचार किए जा रहे हैं। इसके लिए प्रत्येक जनपद पंचायत की ग्राम पंचायतो में लाइब्रेरी प्रारंभ करने की कार्ययोजना बनाई जा रही है। जिसकी मदद से गांव के बच्चों के साथ बुजुर्गों को भी शैक्षणिक गतिविधियों से जोडऩे प्रयास होंगे। प्रारंभिक चरण में यह प्रयास सफल रहा तो इन लाइब्रेरियों को विकसित करने के साथ ही अन्य ग्राम पंचायतों को भी इससे जोड़ा जाएगा।
कुपोषण और आर्थिक तंगी दूर करेगी वाटिका
जिले भर में अभियान चलाकर पोषण वाटिका तैयार कराई जाएंगी। यह पोषण वाटिका कुपोषण के कलंक को मिटाने के साथ ही गरीब परिवारों की आर्थिक तंगी भी दूर करमें सहायक सिद्ध होंगी। जिले भर में जहां छोटी-छोटी पोषण वाटिकाएं तैयारी कराई जाएंगी। वहीं प्रत्येक जनपद पंचायत अंतर्गत एक-एक कम्यूनिटी न्यट्रीशियन गार्डेन तैयार कराया जाएगा। यह कम्युनिटी न्यूट्रीशियन गार्डन गौ-शाला के आस-पास तैयार होगा। जिससे गार्डन के लिए जैविक खाद मिल सके। इस कम्यूनिटी न्यूट्रीशियन गार्डन में उगने वाली हर सब्जियां, औषधियां, पौष्टिक साम्रगी जहां कुपोषण से जंग में सहायक होंगी वहीं समूह से जुड़े सदस्य यहां उगने वाले सब्जी, औषधि को बेचकर आय का जरिया भी बना सकेंगे।
चिन्हित करेंगे 5-5 ग्राम पंचायत
जिले के पांचो जनपद पंचायतों की 5-5 ग्राम पंचायतों को चिन्हित किया जाएगा। जहां डीएमएफ या फिर अन्य मद से एक हाल का निर्माण कराया जाएगा। इस हाल को लाइब्रेरी के रूप में विकसित की जाएगी। जिसमें बच्चों के साथ ही बुजुर्गों के लिए भी आवश्यक पठन-पाठन की सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। जिसमें न्यूज पेपर, पत्रिकाएं, धार्मिक और सामाजिक पुस्तकें, किस्से-कहानी से जुडी पुस्तकें, सामान्य ज्ञान सहित अन्य पुस्कतें रखी जाएगी। जिससे ग्रामीणों की पढऩे की आदत पड़ें और बच्चे व बुजुर्ग शिक्षा से जुड़ सकें। यह प्रयास सफल रहा तो आगे चलकर इन लाइब्रेरी को ई-लाईब्रेरी के रूप में भी विकसित करने के प्रयास किए जाएंगे।
इनका कहना है
ग्राम पंचायत चिन्हित कर वहां लाइब्रेरी प्रारंभ करने की कार्ययोजना है। जिससे कि लोग शिक्षा से जुड़े सकें। साथ ही अभियान चलाकर पोषण वाटिका तैयार कराया जाना है। यह पोषण वाटिका कुपोषण दूर करने के साथ ही लोगों के लिए आय का जरिया भी बनेंगी।
मेहताब सिंह, सीइओ जिला पंचायत, शहडोल।
Published on:
31 Jan 2022 12:32 pm
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