
शाहजहांपुर। यौन उत्पीड़न केस के प्रमुख गवाह की हत्या के मामले में जेल में बंद नारायण पांडे की हालत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसकी गंभीर हालत देखते हुए डॉक्टर्स ने शुक्रवार को उसे लखनऊ के केजीएमसी के लिए रेफर कर दिया है। वहीं पीड़ित किशोरी के पिता का कहना है कि नारायण पांडेय आसाराम की तरह ही बीमारी का ड्रामा कर रहा है और बाहर रहकर उनकी हत्या का षडयंत्र रच सकता है। साथ उनका ये भी कहना है कि यौन उत्पीड़न के आरोपी आसाराम के कई गुर्गे पिछले कई दिनों से शहर में मौजूद हैं।
देर रात जिला अस्पताल में कराया भर्ती
बता दें कि नारायण पांडे प्रमुख गवाह की हत्या के आरोप में पिछले दो साल से शाहजहांपुर जिला कारागार में बंद है। गुरुवार देर रात उसकी अचानक हालत बिगड़ गई। उसे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शाहजहांपुर जिला अस्पताल ले लाया गया, जहां उसका इलाज किया गया। जिला अस्पताल के डाक्टर्स ने उसे एमआरआई और सीटी स्कैन की सलाह देने की बात कहते हुए लखनऊ के केजीएमसी रेफर किया गया है। इस दौरान आरोपी नारायण पांडे पूरे मामले की सीबीआई जांच और खुद का नारको टेस्ट कराने की मांग करता नजर आया।
शाहजहांपुर की रहने वाली है पीड़ित किशोरी
आसाराम द्वारा यौन शोषण की शिकार पीड़िता शाहजहांपुर की रहने वाली है। इसी मामले के मुख्य गवाह कृपाल सिंह की 2015 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। गवाह की हत्या में नारायण पांडे और कार्तिक को नामजद किया गया था। जिसके बाद नारायण पांडे को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था।
पीड़ित के परिवार ने जताई खतरे की आशंका
वहीं पीड़िता के पिता का कहना है कि आसाराम की तरह मुख्य गवाह का हत्यारोपी नारायण पाण्डेय भी बीमारी का ड्रामा कर रहा है। उनका कहना है कि पिछले कई दिनों से आसाराम के कई गुर्गे शहर में घूम कर पत्रिकाएं बांट रहे हैं। उन्होंने आशंका जताई है कि इलाज के बहाने नारायण पांडेय और उसके गुर्गे पीड़िता और उसके परिवार के खिलाफ साजिश रच सकते हैं। उनकी हत्या भी कराई जा सकती है।
Published on:
12 Jan 2018 09:20 pm
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