
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
शाहजहांपुर. अभी तक ऐसा आपने फिल्मों में ही देखा होगा। 12 वर्षीय नाबालिग से पड़ोस में रहने वाले दो सगे भाइयों ने बलात्कार किया। शिकायत करने पर उसकी जान तक लेने को उतारू हो गये। 13 की उम्र में वह बिन ब्याही मां बन गई। लोक-लाज के डर से रिश्तेदारों ने उसके बच्चे को दूसरे जिले में दंपती को गोद दे दिया। कुछ वर्षों बाद पीड़िता की शादी हो गई, लेकिन यहां भी उसकी बदकिस्मती ने पीछा नहीं छोड़ा। अतीत में हुए घटनाक्रम का पता उसके पति को चला तो उसे घर से निकाल दिया। गहरे जख्मों को लेकर वह जैसे-तैसे गुजर-बसर कर थी। 27 वर्षों बाद अचानक उसके घाव फिर हरे गये, जब दुष्कर्म के बाद पैदा हुए बेटा उसके सामने आ गया और मां से अपने पिता का नाम पूछा। मां की आपबीती सुनकर उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। इसके बाद दोनों ने न्याय के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट ने शाहजहांपुर के सदर बाजार थाने को मामले में एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज मामले की जांच में जुट गई है। पीड़िता ने आरोपितों का डीएनए टेस्ट कराने की भी मांग की है।
एफआईआर के मुताबिक, घटना वर्ष 1994 की है। जनपद के सदर बाजार थाना क्षेत्र एक 12 वर्षीय लड़की अपने रिश्तेदार के पास रहती थी जो नौकरी के लिए सुबह घर से निकल जाते थे। लड़की को अकेला पाकर पड़ोस का एक युवक जबरन घर में घुस आया और उससे बलात्कार किया। कुछ दिनों बाद उसके भाई ने बलात्कार किया। इसके बाद दोनों भाई एक साल तक अलग-अलग वक्त पर आते और बलात्कार करके चले जाते थे। गर्भवती होने पर नाबालिग पीड़िता के परिवार ने आरोपियों के परिवार से शिकायत की तो उन्होंने डराया और जान से मारने की धमकी दी। बदनामी के डर से वे चुप हो गए।
कुछ दिनों बाद नौकरीपेशा पति-पत्नी का दूसरे जिले में तबादला हो गया। किशोरी भी उनके साथ चली गई, जहां 13 वर्ष की उम्र में उसने एक बेटे को जन्म दिया, जिसे रिश्तेदारों ने गैर जनपद में रहने वाले एक दंपती को गोद दिला दिया। कुछ वर्षों बाद उन्होंने किशोरी की शादी कर दी। अतीत की जानकारी होने पर पति ने उसका साथ छोड़ दिया। तबसे वह अलग रह रही है। दुष्कर्म के बाद जन्मे बेटे को अभिभावकों से असली मां के बारे में पता चला, जिसके बाद वह मां के पास गया और पिता के बारे में पूछा। फिर जो कहानी मां ने बताई, सुनकर उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। इसके बाद दोनों ने न्याय के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट ने सदर बाजार थाने को मामले में एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए।
पुलिस का बयान
मामले में इन्स्पेक्टर अशोक पाल कहते हैं कि यह घटना काफी पुरानी है। कोर्ट के आदेश पर एफआईआर दर्ज की गई है। मामले की जांच की जा रही है। जरूरत पड़ने पर डीएनए भी कराया जा सकता है।
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Updated on:
06 Mar 2021 02:10 pm
Published on:
06 Mar 2021 02:04 pm
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