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शाजापुर. मानव तस्करी के मामले में युवती को बेचने, खरीदने एवं मध्यस्थता करने वाले कुल 6 आरोपियों के खिलाफ कोतवाली पुलिस ने मानव तस्करी सहित विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस ने अभी युवती को खरीदने वाले एक आरोपी को राउंडअप किया है। शेष की तलाश की जा रही है।
किल्लौद थाना आमला जिला बैतूल निवासी एक 24 वर्षीय युवती को कुकरूखमला थाना भैंसादेवी बैतूल निवासी महिला रजनी काम दिलाने के बहाने पुणे ले गई थी। यहां से उसे परिजनों से अलग दूसरी फैक्ट्री में काम दिलवाया और फिर वहां से गायब करके उसे शाजापुर के भरड़ निवासी रवि उर्फ रवींद्र पिता रमेश को बेच दिया था। इस मामले की पड़ताल में जुटी पुलिस को अनेक नई जानकारियां मिलीं। इसके चलते पुलिस ने युवती को बेचने वाली महिला रजनी, इसकी दलाली करने वाले दिलीपसिंह गुर्जर निवासी गोपीपुर, बंशीलाल गुर्जर निवासी पचेटी, युवती को खरीदने वाले रवि उर्फ रवींद्र, राजेश भामी और अवंताबाई भामी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस ने रवि को राउंडअप कर लिया है, वहीं शेष आरोपियों की तलाश जारी है।
माता-पिता को धमकाया
युवती को बरामद कराने में मुख्य भूमिका निभाने वाले एनजीओ जनसाहस के करण राठौर ने बताया युवती की तलाश करते हुए उसके माता-पिता ने गांव से युवती को ले जाने वाले रजनी के घर पहुंच गए। माता-पिता ने रजनी से कहा था कि उनकी बेटी कहां है। इस पर रजनी ने युवती के भाग जाने की बात कही थी। जब उसके माता-पिता ने पुलिस को शिकायत करने को कहा तो रजनी ने उन्हें धमकी दी थी कि यदि किसी को भी इसकी जानकारी दी तो तुम्हारा बुरा हाल कर दूंगी। इसके बाद भी माता-पिता ने अपनी बेटी की तलाश में युवती के खिलाफ आमला थाने पर आवेदन दिया था।
राठौर ने बताया जब आमला पुलिस ने रजनी पर दबाव बनाया तो उसने शाजापुर के भरड़ निवासी रवि और उसके परिजनों के नंबर दिए थे। यहां संपर्क करने के बाद युवती के पिता अपने साथ अपने गांव के ही कुछ अन्य लोगों को लेकर भरड़ पहुंचे थे। यहां पर उन्होंने बेटी को ले जाने की बात कही। इस पर पहले तो युवती को खरीदने वाले रवि और उसके परिजनों ने युवती को भेजने के लिए राजी हो गए। ऐसे में युवती घर से निकलकर गाड़ी में भी बैठ गई, लेकिन फिर खरीदारों ने अपने अन्य साथियों के साथ सभी को घेर लिया और युवती के साथ मारपीट करते हुए उसे दोबारा घर में कैद कर दिया। जैसे-तैसे जान बचाकर युवती के पिता साथियों के साथ गांव से भाग गए थे। इसके बाद एनजीओ के साथ मिलकर शाजापुर पुलिस की मदद से युवती को मुक्त करा पाए।
परिजन के बयान किए हैं
युवती और उसके माता-पिता के कोर्ट में धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराए हैं। इसके साथ ही थाने पर भी युवती और उसके परिजनों के कथन लिए हैं। मामले की जांच की जा रही है।
देवेंद्र यादव, एसडीओपी-शाजापुर

Published on:
11 Jan 2018 06:03 pm
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