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इस शहर ने बनाया सबसे ज्यादा HLA Test का रिकॉर्ड, अगर आपको भी है थैलेसीमिया तो जरूर पढ़ लें ये खबर

शाजापुर जिले के शुजालपुर में थैलेसीमिया बीमारी के लिए आयोजित निशुल्क जांच शिविर में एक ही दिन में एक शहर से सबसे ज्यादा ह्यूमन ल्यूकोसाइट एंटीजन (एचएलए) टेस्ट सैंपल जर्मनी भेजने का रिकॉर्ड बनाया है। गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड के प्रतिनिधि खुद इस शिविर में मौजूद थे, उन्होंने खुद इस दावे को स्वीकार किया...

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शाजापुर जिले के शुजालपुर में थैलेसीमिया बीमारी के लिए आयोजित निशुल्क जांच शिविर में एक ही दिन में एक शहर से सबसे ज्यादा ह्यूमन ल्यूकोसाइट एंटीजन (HLA) टेस्ट सैंपल जर्मनी भेजने का रिकॉर्ड बनाया है। गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड के प्रतिनिधि खुद इस शिविर में मौजूद थे, उन्होंने खुद इस दावे को स्वीकार किया। आपको बता दें कि इससे पहले अप्रैल 2023 में भी शाजापुर ने एक रिकॉर्ड बनाया था। सबसे खास बात यह थी कि मुंबई और बेंगलुरु के प्रसिद्ध डॉक्टरों ने इस शिविर में निशुल्क अपनी सेवाएं दीं। वहीं शिविर के दौरान गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड के प्रतिनिधियों ने बीते अप्रैल माह में एक ही दिन में सबसे ज्यादा लोगों का हीमोग्लोबिन टेस्ट करवाने के लिए गोल्डन बुक का सर्टिफिकेट स्वास्थ्य विभाग के सीएमएचओ और अन्य लोगों को दिया।

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इस कार्यक्रम में प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार सहित कई लोग मौजूद थे। शुजालपुर में भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी और सालिगराम न्यास के संयुक्त तत्वावधान में यह शिविर आोजित किया गया था। इस शिविर में आने वाले मरीजों की सभी जांच निशुल्क होने के साथ ही उनके रहने और खाने-पीने की सुविधा भी रखी गई थी। दूर-दूर से पहुंचे लोग हुए खुश इस शिविर में दूर-दूर से लोग यहां पहुंचे।

यहां आने वाले मरीज शिविर की व्यवस्थाओं से बेहद संतुष्ट नजर आए। उनका कहना था कि इतनी महंगी जांच निशुल्क हो रही है यही खुशी की बात है। वहीं उनके रहने और खाने का जैसा इंतजाम यहां किया गया है, वैसा उन्होंने आज तक किसी शिविर में नहीं देखा। मरीजों के परिजन बोले कि थैलेसिमिया बीमारी से परेशान परिवारों के लिए यह बहुत ही राहत की बात है।

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HLA TEST का बना रिकॉर्ड

थैलेसिमिया बीमारी के मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों से 137 मरीज शिविर में पहुंचे और एक ही दिन में एक ही शहर में 120 मरीजों की ओपीडी कर एचएलए के 79 परिवार के सर्वाधिक करीब एचएलए 200 टेस्ट किए गए। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है, क्योंकि इस टेस्ट में सैंपल लेने की प्रक्रिया जटिल होने के साथ ही समय लगता है। कार्यक्रम में मौजूद गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड के प्रतिनिधि डॉ. मनीष विश्नोई ने नए रिकॉर्ड का सत्यापन कराने का ऐलान किया और कहा कि एक दिन में एचएलए टेस्ट इतनी बड़ी संख्या में होना एक रिकॉर्ड है। इसकी वेरिफिकेशन प्रक्रिया पूरी की जा रही है। वहीं अप्रैल माह में एक ही दिन में जिले में 19,102 लोगों का हीमोग्लोबिन टेस्ट का रिकॉर्ड कायम करने पर गोल्डन बुक रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट भी सीएमएचओ और अन्य लोगों को दिया गया।

क्या है थैलेसिमिया की HLA जांच?

थैलेसीमिया रोग में शरीर में खून बनना पूरी तरह बंद हो जाता है और मरीज को बार-बार खून चढ़वाना पड़ता है, जो बहुत ही परेशानी भरा और खर्चीला इलाज है। इस थैलेसीमिया बीमारी के स्थाई इलाज के लिए मरीज के सगे संबंधी परिजन का बोनमैरो डोनेट कराकर ट्रांसप्लांट सर्जरी की जाती है, इसमें 25 से 40 लाख रुपए तक का खर्च आता है। इस सर्जरी से पहले बोनमैरो डोनर और रिसीवर का HLA का मिलान जरूरी होता है। यह मैच होने पर ही बोनमैरो ट्रांसप्लांट संभव होता है। लेकिन आपको बता दें कि HLA TEST भी एक महंगा टेस्ट है और इस टेस्ट का खर्च 12 से 15 हजार रुपए के बीच आता है। शुजालपुर में आयोजित जांच शिविर में आए मरीजों की यह जांच निशुल्क की गई।

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