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Election 2018 : चेंजमेकर : पिछले चुनाव का भी किया था बहिष्कार, फिर भी नहीं टली ये समस्या

ग्राम खेड़ापहाड़ के रहवासियों ने पत्रिका जन-एजेंडा में रखी अपनी बात

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शाजापुर. जिला मुख्यालय के पास स्थित ग्राम खेड़ापहाड़ में हर मौसम में पेयजल संकट का सामना करना पड़ता है। पानी की इसी परेशानी के चलते पिछले विधानसभा चुनाव में चुनाव का बहिष्कार किया था, लेकिन इसके बाद भी यहां की परेशानी पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। आज भी यही समस्या बरकरार है। जबकि हमने जनप्रतिनिधियों से लेकर जिले के आला अधिकारियों से भी गुहार लगाई है।

ग्रामीणों से चर्चा की

ये कहना था शाजापुर विधानसभा के ग्राम खेड़ापहाड़ के ग्रामीणों को। बुधवार को आम आदमी पार्टी के विधानसभा से अधिकृत प्रत्याशी और पत्रिका चेंजमेकर जीयाउर्रहमान लाला ग्राम खेड़ापहाड़ पहुंचे और ग्रामीणों से चर्चा की। चर्चा के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि नेता ने उनकी नहीं सुनी तो उन्होंने अधिकारियों के पास जाकर भी गुहार लगाई, लेकिन अधिकारियों ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया। चर्चा के दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हुए और एक के बाद एक करके गांव की समस्याओं को बताने लगे। गांव की सबसे प्रमुख समस्या पेयजल की है। ग्रामीणों ने बताया कि प्रतिदिन उन्हें पानी के लिए करीब 3-4 किमी दूर जाना पड़ता है। गर्मी के दिन में तो 10-10 किमी दूर जाकर पानी लाना पड़ता है। इसके साथ ही गांव में सड़क की भी समस्या है।

स्वच्छ राजनीति के लिए देंगे वोट
गांव में रोजगार के लिए कोई साधन ही नहीं है। ऐसे में यहां के रहवासी अपने बच्चों के भविष्य के लिए चिंतित है। ग्रामीणों के अनुसार स्कूल में भी शिक्षा का स्तर बहुत नीचे है। ग्रामीणों ने एक साथ मिलकर कहा कि हमसे वादा करके वोट तो सब ले जाते है, लेकिन जीतने के बाद वादा कोईपूरा नहीं करता है। ग्रामीणों ने कहा कि अबकी बार स्वच्छ राजनीति के लिए, शिक्षा के लिए, स्वास्थ्य के लिए, रोजगार के लिए ही वोट डालेंगे। ग्रामीणों की समस्या पर पत्रिका चेंजमेकर और आप प्रत्याशी जिलाउर्रहमान लाला ने ग्रामीणों के मुद्दे नोट कर उन्हें उठाने की बात कही।