
शामली में मौलाना साद के पुश्तैनी मकान की पड़ताल में आया नया मोड़, मौलाना साद के समधी ने कही बड़ी बात
शामली. दिल्ली हजरत निजामुद्दीन के प्रमुख मौलाना साद को लेकर के देशभर में हलचल मची है वहीं मौलाना साद का शामली जनपद के कांधला में पुश्तैनी मकान है इस पुश्तैनी मकान को लेकर के तमाम तरह की चर्चाएं व्याप्त है लेकिन पत्रिका टीम ने मौलाना साद के पुश्तैनी मकान की पड़ताल की तो उसमें सामने आया कि मौलाना साद का यह पुश्तैनी मकान उनकी माता के नाम है। यह मकान करीब 500 गज जमीन में बना हुआ है इसकी बराबर में करीब 5 बीघा का एक मौलाना साद का पुश्तैनी भाग है जिसमें अमरूद आम सहित तमाम फसलों को बोया जाता है।
मौलाना साद के समधी मौलाना बदर ने पत्रिका को जानकारी देते हुए बताया कि यह मकान मौलाना साद की माता का पुश्तैनी मकान है, जो उनके पिता के बाद उनके नाम हुआ था। मौलाना साद का जन्म कांधला में हुआ था लेकिन वह बहुत लंबे टाइम से दिल्ली में ही रह रहे हैं, वहीं तो उन्होंने अपना निवास स्थान बनाया हुआ है। मौलाना चांद को लेकर के जिस तरह की अफवाह फैलाई जा रही है मौलाना साद फरार हो गए हैं या मौलाना साद की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमों का गठन किया गया है। यह सब अफवाह है मौलाना साद के एडवोकेट लगातार पुलिस से वार्ता कर रहे हैं जब भी पुलिस को मौलाना साद की आवश्यकता होगी तो मौलाना साद उनसे मिलेंगे। ऐसा नहीं है कि मौलाना साद कहीं फरार हो गए हो।
इस बात को लेकर घेरे में आए मौलाना साद
निजामुद्दीन में मरकज के मौलाना साद के फार्म हाउस की तस्वीरें सामने आई हैं। मौलाना के फार्म हाउस में कई गाड़ियां और बाइक दिखाई दी। तबलीगी जमात के लोग देश में लौटे तो कोरोना के मामले वाले मौलाना साद का अब तक पता नहीं है। हालांकि एक दिन पहले उन्होंने खुद को आईसोलेशन में बताया साद ने पहले मस्जिदों में मौत की बात कहकर लोगों का ब्रेन वाश किया और फिर सुर बदले तो समझाया कि इलाज कराओ-मस्जिद में मत आओ। इस बात को लेकर साद एक बार घेरे में आ गए हैं। बताया जा रहा है कि दिल्ली के निज़ामुद्दीन इलाके में तबलीगी जमात के मरकज में कोरोना वायरस फैलने से यह जमात देशभर के निशाने पर आ गई है। वैसे यह पहला मौका नहीं है, जब मौलाना साद और 'तबलीगी जमात' विवादों में फंसा हो। बताया जाता है कि तीन साल पहले तो जमात में ऐसा विवाद हुआ था कि उसने उसे दो गुटों में बांट दिया था। इसी के बाद मौलाना साद ने पुरानी 'तबलीगी जमात' का खुद को अमीर घोषित किया था।
मौलाना मोहम्मद साद ने ऐसे बिताया जीवन
मौलाना साद का पूरा नाम मौलाना मोहम्मद साद कांधलवी है। मोहम्मद साद शामली के कस्बा कांधला के रहने वाले हैं, इसलिए उन्होंने अपने नाम के पीछे कांधलवी जोड़ा है। कांधला में मौलाना साद का एक घर भी है। मौलाना साद मोहम्मद इलियास कांधलवी के पोते हैं, जो भारतीय उपमहाद्वीप में सुन्नी मुसलमानों के संगठन तबलीगी जमात के संस्थापक थे। मौलाना साद का जन्म 10 मई 1965 को दिल्ली में ही हुआ था। साद ने हजरत निजामुद्दीन मरकज के मदरसा काशिफुल उलूम से वर्ष 1987 में आलिम की डिग्री प्राप्त की थी। बताया जाता है कि उस समय जमात के वरिष्ठ धर्मगुरुओं ने मौलाना साद का जबरदस्त विरोध किया था, जब उन्होंन खुद को तबलीगी जमात का अमीर (अध्यक्ष) घोषित किया था। इसके बावजूद साद पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा। इसी वजह से सभी बुजुर्ग धर्मगुरुओं ने अपना रास्ता भी अलग कर लिया था।
यूपी के शामली और सहारनपुर से है पुराना नाता
बता दें कि मौलाना साद व उनके परिवार का उत्तर प्रदेश के शामली और सहारनपुर जिले से पुराना नाता है। शामली के कांधला कस्बे में उनका घर है तो सहारनपुर में उनकी ससुराल है। ये पहली बार नहीं है जब मौलाना साद किसी तरह के विवादों में घिरे हैं। इससे पहले उनके खिलाफ दारुल उलूम देवबंद से फतवा भी जारी किया जा चुका है। साद ने अपनी पढ़ाई 1987 में मदरसा कशफुल उलूम, हजरत निजामुद्दीन और सहारनपुर से पूरी की है। वहीं उनकी ससुराल भी सहारनपुर में ही है। उनकी शादी भी 1990 में सहारनपुर के मजाहिर उलूम के प्रिसिंपल की बेटी से ही हुई थी।
तबलीगी जमात के अध्यक्ष कैसे बने मौलाना साद
जिस तबलीगी जमात को लेकर मौलाना साद आज सुर्खियों में हैं। उस जमात के पहले अमीर (अध्यक्ष) मौलाना इलियास खान थे। उनके निधन के बाद बेटे मौलाना यूसुफ को इस जमात का अध्यक्ष बनाया गया। मौलाना यूसुफ के अचानक देहान्त के बाद मौलाना इनामुल हसन अध्यक्ष बने। मौलाना इमानुल हसन 1965 से 1995 तक तबलीगी जमात के अध्यक्ष रहे। इस दौरान उन्होंने दुनियाभर में जमात की जड़ें मजबूत की। 1995 में मौलाना इमानुल के निधन के बाद जमात में विवाद खड़ा हो गया। इसके बाद किसी को भी अध्यक्ष नहीं बनाया गया तो कुछ लोगों की कमेटी ही जमात को चलाने लगी। जब कमेटी के ज्यादातर सदस्यों की मौत हो गई तो मौलाना साद कांधलवी ने खुद को जमात का अध्यक्ष घोषित कर दिया।
क्राइम ब्रांच ने नोटिस भेजने के मांगे 26 सवालों के जवाब
दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के अमीर मौलाना मोहम्मद साद को क्राइम ब्रांच ने भी नोटिस भेजा है। क्राइम ब्रांच की टीम ने मरकज से जुड़े 26 सवालों के जवाब भी मांगे हैं। इस बीच मौलाना मोहम्मद साद की तलाश में पुलिस की छापेमारी जारी है। एक दिन पहले ही मौलाना साद ने अपना ऑडियो जारी किया था, जिसमें बताया था कि वह आइसोलेशन में है। क्राइम ब्रांच की ओर से भेजे गए नोटिस में संगठन का पूरा पता और रजिस्ट्रेशन से जुड़ी जानकारियां, संगठन से जुड़े कर्मचारियों की पूरी डिटेल, जिसमें घर का पता और मोबाइल नंबर भी शामिल हो, मरकज के मैनेजमेंट से जुड़े लोगों की डिटेल मांगी गई है। साथ ही पूछा गया कि ये लोग कब से मरकज से जुड़े हुए हैं।
Updated on:
04 Apr 2020 04:20 pm
Published on:
04 Apr 2020 01:09 pm
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