
शामली। जिले में सरकारी खनन के पट्टे की आड़ में बड़े स्तर पर अवैध खनन करने वाले माफिया और अधिकारियों का सिंडिकेट का कमिश्नर सहारनपुर की जांच रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल, ग्रामीणों की शिकायत के बाद सहारनपुर कमिश्नर ने कैराना क्षेत्र के गांव मामोर में टीम बनाकर जांच के लिए भेजी थी। टीम ने मौके पर जांच कर कमिश्नर सहारनपुर को रिपोट सौंपी थी। जानकारी के अनुसार रिपोर्ट में खनन इंस्पेक्टर बृजेश गौतम और एसडीएम कैराना देवेंद्र सिंह और कैराना कोतवाली प्रभारी की संलिप्ता मिली। कमिश्नर सहारनपुर ने जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी है। रिपोर्ट के आधार पर कैराना एसडीएम देवेंद्र सिंह को चार्ज से हटाया गया है।
बता दें कि जनपद में वैध पट्टे की आड़ में चल रहे अवैध खनन को लेकर जहां खनन माफिया रोजाना सरकार को लाखों रुपए का राजस्व का चूना लगा रहे थे। वहीं शिकायत मिलने पर सहारनपुर कमिश्नर ने मामले की जांच कराई। सहारनपुर कमिश्नर के आदेश पर उच्च अधिकारियों द्वारा कराई गई जांच में एसडीएम कैराना देवेंद्र सिंह, खनन इंस्पेक्टर बृजेश गौतम, कैराना कोतवाल विनोद धामा की संलिप्ता मिली है। रिपोर्ट में डीएम-एसपी को अधिकारियों पर कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए हैं। सहारनपुर कमिश्नर संजय कुमार ने लखनऊ में शासन को भी रिपोर्ट भेजी है। जिसके बाद डीएम जसजीत कौर ने एसडीएम कैराना देवेंद्र सिंह को चार्ज से हटाया। उन्हें शामली में अतिरिक्त मजिस्ट्रेट बनाया गया है। इसके साथ ही खनन इंस्पेक्टर के खिलाफ शासन को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है।
डीएम जसजीत कौर ने बताया कि सरकार द्वारा स्वीकृत खनन पट्टे पर ठेकेदार द्वारा किए गए मानक से ज्यादा खनन पर करीब 70 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है। जुर्माना जमा न करने पर आरसी भी जारी की जाएगी। वही कमिश्नर के आदेश पर कैराना एसडीएम पर भी कार्रवाई की गई है। कमिश्नर की जांच में दोषी पाए जाने पर माइनिंग अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई हेतु शासन को भी पत्र लिखा गया है, जबकि इंस्पेक्टर पर कार्रवाई हेतु एसपी शामली को पत्र लिखकर आदेशित किया गया है।
Published on:
09 Jul 2020 11:46 am
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