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शामली। कृषि रक्षा विभाग में मंगलवार को पहुंची एंटी करप्शन की टीम ने भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ किया। इस दौरान टीम ने एक घूसखोर लिपिक को मौके से रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। बताया जा रहा है कि घूसखोर लिपिक कीटनाशक दवाई विक्रेता का लाइसेंस देने के नाम पर रिश्वत ले रहा था। जिसकी शिकायत पीड़ित ने मेरठ एंटी करप्शन टीम से की थी। जिस पर पहुंची टीम ने लिपिक को रंगे हाथों रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।
दरअसल, शामली कृषि रक्षा कार्यालय में तैनात वरिष्ठ पटल सहायक मुनीश कुमार को एंटी करप्शन टीम ने 6 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। एंटी करप्शन टीम ने बताया कि मुजफ्फरनगर के रामपुर तिराहा निवासी सुरेंद्र रावल ने सोमवार को शिकायत कर बताया था कि उनके भतीजे देवराज रावल के नाम से कीटनाशक दवा का लाइसेंस बनवाने के लिए आवेदन किया था। यह लाइसेंस गांव कंजरहेडी थाना बाबरी जिला शामली के नाम से बनाया जाना था। इस लाइसेंस के नाम पर पहले दस हजार रुपए की मांग की गई थी, लेकिन बाद में 6 हजार रुपए में तय हो गया था।
मंगलवार दोपहर को एंटी करप्शन टीम ने कार्रवाई करते हुए पीड़ित को लेकर शामली कृषि रक्षा कार्यालय पहुंची, जहां उन्होंने मुनीश कुमार को 6 हजार रुपए की रिश्वत दी और इस दौरान उसने रिश्वत ले ली। जिस पर टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद टीम लिपिक को लेकर शामली कोतवाली पहुंची और उससे पूछताछ की जा रही है।
Updated on:
14 Jan 2020 06:10 pm
Published on:
14 Jan 2020 06:07 pm
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