
याेगी आदित्यनाथट
शामली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामली में पीएसी कैंप का शिलान्यास करने आए थे लेकिन बैनामा प्रक्रिया पूरी ना होने की वजह से पीएसी कैंप का शिलान्यास नहीं हो सका। बाद में मुख्यमंत्री ने मंच से ही प्रक्रिया को जल्द पूरा कर निर्माण कार्य शुरू कराने के निर्देश दिए।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को शामली पहुंचे थे। यहां उन्हें पुलिस लाइन के साथ-साथ पीएससी कैंप का भी शिलान्यास करना था। इसकी वजह यह थी कि लोकसभा उपचुनाव के दौरान शामली में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कैराना में पीएसी कैंप बनाने की घोषणा की थी। इसी घोषणा के चलते कैराना के ऊंचा गांव में करीब 400 बीघा जमीन पर पीएसी कैंप बनाए जाने की तैयारी है। ऊंचा गांव में पीएसी कैंप के लिए 420 और गुर्जरपुर में फायरिंग रेंज बनाने के लिए 96 बीघा जमीन किसानों से खरीदी गई है।
इस खरीदी गई जमीन के बैनामे छठी वाहिनी पीएसी के कमांडेंट के नाम होने थे। इन 6 नामों की जमीन की कीमत करीब 34 कराेड़ रुपये है जिसके सापेक्ष 1% के हिसाब से 34 लाख टैक्स बनता है। बैनामा प्रक्रिया चल ही रही थी कि बीच में कमांडेंट का ट्रांसफर हो गया और इसी कारण बैनामा प्रक्रिया रुक गई। अब मुख्यमंत्री का प्रोग्राम आते ही आनन-फानन में तैयारियां तेज की गई लेकिन मुख्यमंत्री के प्रोग्राम तक भी बैनामा प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी। यही कारण रहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पीएसी कैंप का शिलान्यास नहीं कर सके। अब शासन ने 23 वी वाहिनी पीएसी मुरादाबाद के कमांडेंट कुंवर अनुपम सिंह को भूमि खरीदने के लिए नामित किया है।
Published on:
02 Mar 2020 10:45 am
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