
शामली। देशभर में मंगलवार को पूरे हर्षोल्लास के साथ कार्तिक पूर्णिमा का त्योहार मनाया जा रहा हैं। हिन्दू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, ये पूरा माह भगवान विष्णु का प्रिय होता है। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान करने का बड़ा महत्व है। इस दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाते हैं और पापों की मुक्ति की कामना करते हैं। मंगलवार को कार्तिक पूर्णिमा पर कैराना यमुना में आस्था की डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा हुआ हैं। दूर-दूर से आये हजारों श्रद्धालु यमुना में डुबकी लगाने के बाद सूर्य को अध्र्य दे रहे हैं और भगवान कार्तिकेय की पूजा-अर्चना कर साल भर अपने परिवार के निरोग रहने की कामना कर रहे हैं।
सूरज की पहली किरण से पहले घाट पर एकत्र हो गये श्रद्धालु
यमुना पर सूरज की पहली किरण निकलने से पहले ही हजारों श्रद्धालु एकत्र हो गए थे। ग्रह नक्षत्रों के दुर्लभ संयोग की वजह से इस बार कार्तिक पूर्णिमा के स्नान का विशेष महत्व हैं। यमुना में श्रद्धालु स्नान और पूजा-अर्चना के साथ ही दान-पुण्य भी कर रहे हैं। मान्यताओं के मुताबिक, कार्तिक पूर्णिमा के ही दिन भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र कार्तिकेय का जन्म हुआ था। जबकि भगवान विष्णु ने आज ही के दिन मत्स्यावतार रूप धारण किया था। इस कारण कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान और पूजा अर्चना करने वाले को अक्षय पुण्य और स्वस्थ जीवन की प्राप्ति होती है। इसी वजह से यमुना में स्नान करने वालो की भारी भीड़ उमड़ी हुई है। वहीं कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने को लेकर डीएम एसपी ने एक दिन पूर्व कैराना यमुना पर पहुंचकर संबंधित अधिकारियों को साफ-सफाई एवं सुरक्षा व्यवस्था के कड़े निर्देश दिए थे। कराना नगर पालिका यमुना किनारे साफ-सफाई की व्यवस्था पूर्ण कर ली थी। इसी को लेकर यमुना किनारे पुलिस फोर्स तैनात की गई हैं। इसके अलावा गोताखोर नाव के साथ तैनात किए गए हैं।
Published on:
12 Nov 2019 04:59 pm
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