
तमिलनाडू से ढाई लाख में बस किराए से लेकर आएमप्र-राजस्थान के 30 मजदूर
श्योपुर,
लॉकडाउन के तीसरे चरण में देश भर में अपने घर पहुंचने की जद्दोजहद में प्रवासी मजदूरों को काफी परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है। इसी के तहत श्योपुर और राजस्थान के खंडार क्षेत्र के 30 मजदूर शनिवार को तमिलनाडू से ढाई लाख रुपए में किराए से बस लेकर श्योपुर पहुंचे। विशेष बात ये है कि इनमें से श्योपुर जिले के 15 मजदूरों को ये बस श्योपुर छोड़कर राजस्थान के लिए रवाना हो गई, जिसके चलते इन मजदूरों को प्रशासन ने दूसरी बस के माध्यम से उनके गांवों में भेजा।
तमिलनाडू के तिरुचिनापल्ली में श्योपुर के 15 और राजस्थान के खंडार क्षेत्र 15 कुल 30 मजदूर लॉकडाउन के चलते फंसे हुए थे। ये लोग वहां मार्बल-टाइल्स लगाने का कार्य कर रहे थे। लेकिन लॉकडाउन से काम बंद हुआ तो परेशानी आने लगी। यही वजह रही कि इन लोगों ने रुपए एकत्रित किए और ढाई लाख रुपए में किराए से बस बुक कर ई-पास बनवाकर शुक्रवार को रवाना हुए। तिरुचिनापल्ली से श्योपुर तक 2245 किलोमीटर का सफर तय कर शनिवार को ये बस श्योपुर पहुंची। लेकिन बस श्योपुर के 15 मजदूरों को सलापुरा नहर पर छोड़कर खंडार के लिए रवाना हो गई। इसके बाद ये मजदूर जिला अस्पताल पहुंचे और स्क्रीनिंग कराई, जहां जांच के बाद इन्हें होम क्वॉरंटीन के लिए कह दिया गया। चूंकि श्योपुर के सभी मजदूर विजयपुर-वीरपुर क्षेत्र के थे, लिहाजा वे अपने गांव पहुंचने के लिए साधन ढूंढने लगे। बताया गया है कि बाद में युवा भाजपा नेता चंदू शर्मा सोंई व कुछ अन्य लोगों ने प्रशासन केा सूचना दी, वहीं ये लोग भी कलेक्ट्रेट पहुंचे। यही वजह है कि श्योपुर जिला प्रशासन ने इन 15 मजदूरों को बस के माध्यम से उनके गांवों में भेजा।
''हम तमिलनाडू में फंसे हुए थे, जो कमाया वो खर्च हेा रहा था, लिहाजा किसी ने आठ हजार दिए तो किसी ने साढ़े आठ हजार दिए और ढाई लाख में बस किराए पर लेकर आए हैं। हम 30 लोग हैं, जिनमें 15 यहां के हैं, जबकि 15 राजस्थान के खंडार क्षेत्र के थे।
गिर्राज गौड़, ओछापुरा
Published on:
17 May 2020 08:26 pm
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