26 मार्च को जानकारी लगते ही मौके पर पहुंची बदरवास पुलिस ने प्रथम दृष्टया के तहत मामले को सड़क हादसा मानकर जांच शुरु की थी। लेकिन जब मृतक अजय पाल के घर वालों ने उसकी हत्या की आशंका जताई तो पुलिस का भी दूसरे कोण पर ध्यान गया। पुलिस ने तत्काल दूसरे कोण से भी जांच शुरु की। जांच आगे बढ़ी तो पुलिस के हाथ कुछ ऐसे सुराग भी लगे, जिसने देखते ही देखते इस सड़क हादसे को हत्या में तब्दील हो गया। वहीं, पुलिस ने संदेही को पकड़कर जब पूछताछ की तो उसने भी अजय को अपनी बुलेरो कार से कुचलकर हत्या करना कबूल कर लिया। इस मामले में एक आडियो भी सामने आया है, जिसमें पुलिस के हत्थे चढ़ा आरोपी रवीना से कहता सुनाई दे रहा है कि ‘मैं उसे मारूंगा, जिसने मुझसे मेरी रवीना को छीना है।’
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बता दें कि बीती 26 मार्च 2024 को ग्राम चकमारौरा में रहने वाले अजयपाल जाट अपने टू-व्हीलर से अपने बच्चों से मिलने गुना जा रहा था, तभी रास्ते में एक सड़क दुर्घटना में उसकी संदिग्ध मौत हो गई। पुलिस ने अज्ञात वाहन के खिलाफ इरादतन हत्या का केस दर्ज करचे हुए मामले को जांच में लिया। इसी क्रम में 27 मार्च को मृतक अजयपाल के स्वजन ने उसकी मौत को हत्या बताते हुए बदरवास अस्पताल में 108 एंबुलेंस के चालक पवन यादव ओढेरा उर्फ कल्ला यादव पर संदेह जताया। इसके अलावा स्वजन ने कई अन्य ऐसे बिंदु पुलिस को बताए, जिनकी जांच ने पूरे मामले को आयने की तरह साफ करके रख दिया।
पुलिस जांच में सामने आईं बिंदुओं की पड़ताल में पूरा मामला साफ हो गया। आरोपी पवन यादव ने सोची समझी साजिश के तहत ही बाइक सवार अजय जाट को बुलेरो से कुचलकर उसकी इरादतन हत्या की थी। पूछताछ में आरोपी पवन ने हत्या करना कबूल कर लिया है। पड़ताल में सामने आया कि पति को छोड़कर आई रवीना (परिवर्तित नाम) शादीशुदा महिला बीते लंबे समय से पवन यादव को अपने प्यार के जाल में फंसाकर उसके साथ संबंधों में रही। लेकिन महिला के संपर्क में अजय पाल आया तो उसने पवन से दूरी बनाकर अजय से करीबी बना ली। इसकी भी एक वजह ये सामने आई है कि अजय की आर्थिक स्थिति पवन से ज्यादा मजबूत थी।
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लेकिन, पवन रवीना की बेवफाई को नजरअंदाज करते हुए उससे सच्चा प्रेम करने लगा था। रवीना द्वारा छोड़कर जाने और बेवफाई करने के बावजूद वो सिर्फ ये मानने लगा था कि अगर अजय न होता तो रवीना उससे दूर नहीं जाती। इसी के चलते उसने अजय की हत्या से कुछ दिन पहले रवीना को फोन पर कहा था कि ‘मैं उसे मारूंगा, जिसने मुझसे मेरी रवीना को छीना है।’ और फिर पवन ने पूरी प्लानिंग के साथ अजय को अपने रास्ते से हचाने की नियत से इस सनसनीखेज हत्याकांड को अंजाम दिया।
फिलहाल, पुलिस ने इस मामले में पवन यादव के साथ वारदात को अंजाम देने में इस्तेमाल क्षतिग्रस्त बुलेरों को डेंट करवा कर साक्ष्य मिटाने वाले बुलेरो मालिक आशाराम जाटव के खिलाफ भी हत्या समेत अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज कर मामले को जांच से डिस्क्लोज कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पवन यादव ने अजय पाल की हत्या करने से पहले अपनी पूर्व प्रेमिका रवीना (परिवर्तित नाम) से फोन पर बात की थी। इसकी एक रिकॉर्डिंग पुलिस के हाथ लगी है, जिसमें पवन गुस्से में बातचीत करते हुए अपनी पूर्व प्रेमिका से कहता सुनाई दे रहा है कि ‘मैं जिससे अपनी जान से ज्यादा प्यार करता हूं, मेरी रवीना को मुझसे छीनने वाले को मैं मार डालूंगा।’ हालांकि बातचीत के दौरान वो महिला पर अजय के साथ मिले होने का आरोप भी लगा रहा है। इसी के साथ पवन ये भी कह रहा है कि ‘अगर तू मेरे साथ होती तो मैं न जाने क्या कर देता।’ आगे महिला को चेतावनी देते हुए पवन ने कहा कि ‘अजय तेरा पति है क्या ? तू जल्दी उससे दूरी बना ले, फायदे में रहेगी। रिकार्डिंग सुनने पर ये भी स्पष्ट हो रहा है कि महिला ने जानबूझकर फोन रिकॉर्ड किया और बातो बातों में पवन से कई बातें उगलवाईं थीं।
पुलिस ने जब संदेह के आधार पर जांच आगे बढ़ाई तो घटना के समय मृतक अजयपाल जाट और संदेही पवन यादव की मोबाइल लोकेशन एक ही स्थान पर पता चली। इस आधार पर पुलिस ने पवन को पकड़कर पूछताछ की। शुरुआत में तो आरोपी पुलिस को गुमराह करता रहा, लेकिन जब पुलिस ने फोन पर बातचीत के ऑडियो का हवाला दिया तो तो वो घबरा गया। इसके बाद कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी ने अजय की हत्या करना कबूल कर लिया।
पुलिस को मिले सीसीटीवी घटना स्थल के पास स्थित एक होटल से मिला। इसमें पवन ने बोलेरो से पहले तो बाइक सवार अजय को ओवरटेक किया और उससे आगे निकल गया। थोड़ी दूर जाने के बाद बुलेरो को बैक करके रांग साइड चलाता हुआ लाया और अजय की बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। इससे अजय उछलकर सड़क पर गिर गया। इतने पर भी आरोपी नहीं माना, उसने एक बार फिर गाड़ी पीछे लेकर अजय पर चढ़ाई और उसकी मौत की पुष्टि होने के बाद रांग साइड से ही वाहन चलाते हुए बदरवास की तरफ लौट आया।
मामले को लेकर बदरवास थाना प्रभारी रवि चौहान का कहना है कि, घटना के बाद जब स्वजन ने हत्या की आशंका जताई थी, जिसपर संदेह होने पर मामले को वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में लाकर हत्या के एंगल से जांच शुरु की। जांच में महत्वपूर्ण तथ्य सामने आए। इन्हीं साक्ष्यों के आधार पर संदेही तक पहुंचे और उससे पूछताछ की। फिलहाल, आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। घटना में इस्तेमाल बोलेरो भी जब्त कर ली गई है। साथ ही, पवन के साथ एक बोलेरो मालिक अन्य आरोपी को भी गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया है। फिलहाल, कोर्ट ने दोनों आरोपियों का पुलिस रिमांड स्वीकार कर लिया है।