Rail Accident Avert : ग्वालियर-गुना रेल मार्ग पर बड़ा हादसा टला। तेज बारिश के चलते ट्रैक के नीचे से मिट्टी बह गई। रेलवे अधिकारियों ने मोर्चा संभालते हुए मार्ग बंद कर मरम्मत कार्य शुरु किया।
बदरवास से संजीव जाट की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट
Rail Accident Avert :मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में भारी बारिश के बीच बड़ा रेल हादसा होने से टल गया। जिले के अंतर्गत आने वाले बदरवास में स्थित ईसरी रेलवे ओवर ब्रिज के पास रेल पटरियों के पास से मिट्टी धंसक गई। इस घटनाक्रम से रेल हादसा होने का खतरा पैदा हो गया। गनीमत रही कि, रेलवे प्रबंधन की ही इसपर नजर पड़ गई, जिससे समय रहते बड़ा हादसा होने से टल गया। बताया जा रहा है कि, अगर अब एक भी ट्रेन इस ट्रेक से गुजर जाती तो उसका हादसे का शिकार होना लगभग तय था। फिलहाल, रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और स्थितियों का जायजा लेकर रेल आवागमन रोक दिया है। साथ ही, मरम्मत कार्य भी शुरु कर दिया गया है।
बता दें कि, बदरवास के ईसरी रेलवे ओवर ब्रिज के पास प्वाइंट नंबर-1135 पर भारी बारिश के चलते पटरियों से लगी पूरी मिट्टी धंसक गई है। क्योंकि, ये ट्रेक काफी ऊंचाई पर है और ऊपर से नीचे मिट्टी लगातार पानी बरसने से नीचे आती गई। मामले के जानकारी बदरवास तहसीलदार प्रदीप भार्गव को लगी तो उन्होंने सबसे पहले खुद मौके का निरीक्षण किया। स्थिति ठीक न लगे पर तत्काल ही रेलवे अधिकारियों समेत क्षेत्र के आला प्रशासनिक अफसरों को सूचना दी। वहीं, मामले को गंभीरता से लेते हुए रेलवे ने ट्रेनों के आवागमन को रोककर मौके का निरीक्षण किया।
माना जा रहा है कि, ट्रेक से इतनी मिट्टी धसक चुकी थी कि, अगर इसी स्थिति में कोई ट्रेन इस स्थान से गुजर जाती तो हादसे की गुंजाइश से इंकार नहीं किया जा सकता। यानी कोई अप्रीय घटना घट सकती थी। क्योंकि पटरी को सपोर्ट देने वाली मिट्टी ऊंचाई से नीचे कटकर बह चुकी थी। मौके पर रेलवे के अधिकारियों ने पहुंचकर मरम्मत कार्य शुरु करा दिया है।
गौरतलब है कि बदरवास स्टेशन के बाद दो किलोमीटर आगे से रेलवे ट्रैक ऊंचाई पर है। क्योंकि यहां पर नेशनल हाइवे फोर लेन को क्रॉस करने के लिए रेलवे ने ईसरी के पास ओवर ब्रिज बनाया है, जहां नीचे से रोड और ऊपर से रेलवे लाइन को निकाला गया है। लगभग तीन किलोमीटर तक रेलवे ट्रैक ऊंचा होने से बारिश के मौसम में मिट्टी का कटाव होने से रेल लाइन को खतरा बना रहता है और इस ऊंचाई वाले स्थान की निगरानी भी रेलवे कर्मचारी ही कर पाते हैं। क्योंकि, ट्रैक ऊंचाई पर होने से आम लोगों की देखरेख या निगरानी संभव नहीं है।
बदरवास तहसीलदार प्रदीप भार्गव का कहना है कि, मामला संज्ञान में आते ही मैं मौके पर जाकर घटनास्थल को देखा। उसकी बात तत्काल मैंने अपने विभाग की वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा रेलवे विभाग के अधिकारियों के भी संज्ञान में मामला लाकर जानकारी दी। उसके बाद रेलवे विभाग भी तत्काल मौके पर आया और उक्त पूरे मामले को समझा। मामले को गंभीर मानते हुए रेलवे प्रबंधन ने ट्रैक से गुजरने वाली ट्रेनों का आवागमन बंद कर दिया है।
बदरवास रेलवे स्टेशन अधीक्षक विनोद शर्मा का कहना है कि, लगातार बारिश की चलते ये मिट्टी नीचे की ओर धसक गई है। जैसे ही मामला संज्ञान में आया तत्काल विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया गया। साथ ही, मार्ग पर आने वाले ट्रेनों को भी तत्काल प्रभाव से रोका गया है। फिलहाल, मरम्मत कार्य शुरु किया जा रहा है।