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मच्छरों के काटने से ग्रामीण हो रहे बीमार, नहीं बांटी मच्छरदानी

जिम्मेदारों ने लगाई लाखों की चपत, नहीं मिली जरूरतमंदों को मच्छरदानी  

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मच्छरों के काटने से ग्रामीण हो रहे बीमार, नहीं बांटी मच्छरदानी

मच्छरों के काटने से ग्रामीण हो रहे बीमार, नहीं बांटी मच्छरदानी

शिवपुरी/रन्नौद। शिवपुरी जिले में डेंगू व मलेरिया के मरीजों की संख्या पिछले वषों में प्रदेश में सर्वाधिक तक पहुंच गई थी, जिसके चलते शिवपुरी जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में दवायुक्त कीटनाशक मच्छरदानियों का वितरण किया जाना था। लेकिन जिले में यह मच्छरदानी अंचल तक पहुंच ही नहीं सकी। रन्नौद क्षत्र की ग्राम पंचायत इचौनिया व अकाझिरी में योजना शुरू होने के नौ माह बाद भी मच्छरदानियों का वितरण नहीं हो सका है। जबकि इस वर्ष भी अभी तक जिले में डेंगू के दो मरीज चिह्नि किए जा चुके हैं, जबकि रन्नौद के आसपास के गांव में भी लोग मच्छर के डंक से बीमार हो रहे हैं। मच्छरों के डंक से गरीब परिवारों को बचाने के लिए शासन ने कीटनाशक दवायुक्त मच्छरदानियों की खरीदी लाखों रुपए में की तथा यह मच्छरदानी जरूरतमंद गरीब परिवारों को बांटी जानी थी। लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने इन्हें बांटना तो दूर ग्रामीणों को भी नहीं बताया कि इस तरह की कोई मच्छरदानी भी आई है। रन्नौद क्षेत्र सहित आसपास के गांव में मलेरिया ने पैर पसारना शुरू कर दिया है तथा मच्छरदानी न मिलने की वजह से ग्रामीण मच्छर के डंक का शिकार होकर मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है।
राशनकार्ड के हिसाब से मिलनी थी मच्छरदानी : कीटनाशक दवायुक्त मच्छरदानी का वितरण राशन कार्ड के हिसाब से होना था। जिसमें प्रति दो व्यक्ति पर एक डबल बेड और सिंगल व्यक्ति को सिंगल बेड मच्छरदानी मिलती है। इस योजना को लागू करने में शासन की लाखों रुपए की राशि खर्च हो गई। लेकिन आला अधिकारियों की मिलीभगत से योजना गरीबों तक पहुंचना तो दूर की बात है इस योजना के बारे में गांव के किसी भी व्यक्ति को पता तक नहीं लगने दिया गया।

तीन साल तक प्रभावी रहती है मच्छरदानी
कीटनाशक दवायुक्त मच्छरदानी, लॉन्ग लॉस्टिंग इन्सेक्टीसाइडल नेट (एलएलआईएन) नई तकनीक से बनाई गई है। इसमें निर्माण के दौरान ही नायलॉन के धागों में कीटनाशक दवा सिंथेटिक पायरेथ्राइड मिश्रित कर इसे बनाया गया है। इस मच्छरदानी की मजबूती और कीटनाशक क्षमता अधिक समय तक प्रभावी रहती है। कीटनाशकयुक्त मच्छरदानी में उपयोग किए गए कीटनाशक तीन साल तक और 20 बार धुलाई करने तक प्रभावी रहते हैं।

यह बोले स्वास्थ्य समिति अध्यक्ष
आपके द्वारा मुझे जानकारी मिली है कि अकाझिरी और इचौनियां पंचायत में अभी तक मच्छरदानियां नहीं बांटी गई हैं। मैं इसके लिए स्वास्थ्य विभाग से बात करता हूं तथा पंचायतों में मच्छरदानियां वितरण की व्यवस्था करवाऊंगा।
योगेंद्र रघुवंशी, स्वास्थ्य समिति अध्यक्ष जिला पंचायत शिवपुरी