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MP: CM हेल्पलाइन में 57 हजार शिकायतें, सर्वाधिक बिजली-पानी की, यहां देखें पूरा ब्यौरा

समाधान न होने से एल-4 स्तर पर पहुंची 14 हजार शिकायतें

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Complaints were being pending, DSP release

58 thousand complaints in CM helpline sidhi madhya pradesh

सीधी। जिले में लोग प्रशासनिक व्यवस्था से परेशान हैं। स्थानीय स्तर पर समस्या का समाधान न होने पर वे सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराने को मजबूर हैं। लेकिन हैरान करने वाली बात ये कि ज्यादातर को वहां से भी राहत नहीं मिल पाती। यही वजह है कि करीब 25 फीसदी शिकायतें एल-4 यानी मंत्रालय स्तर पर पहुंच जाती हैं। इनमें सर्वाधिक शिकायतें पंचायत राज, राजस्व, मनरेगा, पीएचई और पुलिस महकमे से जुड़ी होती हैं।

फिलहाल, सीएम हेल्पलाइन पोर्टल में जिले से करीब 57 हजार शिकायतें लंबित हैं। समाधान न होने के पीछे प्रशासन का तर्क है कि संविदा कर्मचारी हड़ताल पर हैं। जिससे स्थायी कर्मियों में काम दबाव ज्यादा बढ़ गया है। वे शिकायतों के समाधान पर ध्यान नहीं दे पा रहे। बीते १५ दिन से आवाम की शिकायतों का निराकरण ठप सा पड़ा हुआ है। शिकायतें तो काल सेंटर पर दर्ज कर ली जाती है, किंतु संविदाकर्मिंयों की हड़ताल समाप्त हो जाने के बाद भी निराकरण की गति नहीं बढ़ सकी है।

बिजली की समस्या भी कम नहीं
जिले में बिजली की समस्या भी लंबे समय से बनी हुई है। इसका निराकरण न होने पर लोगों ने मजबूरी में सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करने को बाध्य हैं। बिजली समस्या को लेकर तीन हजार 473 शिकायतें पंजीबद्ध हो चुके हैं। इसका निराकरण नहीं हो पा रहा है।

हैंडपंप सुधार को लेकर 3 हजार शिकायतें
गर्मी के साथ ही जिले में पेयजल की किल्लत शुरू हो गई है। हैंडपंप हवा उगलने लगे। राइजर पाइप के लिए सीएम हेल्पलाइन में अब तक तीन हजार से ज्यादा शिकायतें दर्ज की जा चुकी हैं। लोगों ने खराब हैंडपंप सुधारने की मांग की है। किंतु निराकरण नहीं हो पा रहा है।

फैक्ट फाइल

- एल-01 23,255
- एल-02 7,867
- एल-03 12,374
- एल-04 14,245
- कुल- 57,741

विभाग शिकायतें
- ऊर्जा विभाग 11,248
- पंचायत एवं ग्रामीण 10,667
- राजस्व विभाग 6,577
- लोक स्वास्थ्य 5,364
- गृह विभाग 3,988

विभाग शिकायतें
- स्कूल शिक्षा 2,922
- खाद्य विभाग 2,889
- सामाजिक न्याय 1,575
- वन विभाग 1,417
- वित्त विभाग 1,257