लगातार तलाश के बाद भी शव नहीं मिला तो ग्रामीणों ने गोताखोर बुलाने की मांग करने लगे। लेकिन पुलिस इसके लिए तैयार नहीं हुई। जिससे शव तलाशने में ज्यादा समय लग गया। ग्रामीण जब उग्र होने लगे तो पुलिस ने गोताखोर बुलाए।
स्थानीय लोगों की मानें तो ग्रामीण गोताखोर बुलाने की मांग कर रहे थे तभी आरक्षक ने कहा, 10 हजार देने पड़ेंगे। उसकी बात सुन ग्रामीण भड़क गए और चौराहे पर जाम लगा दिया। दोपहर 2.45 बजे शव मिलने की सूचना पर समाप्त किया गया।
पुलिस के रवैये से गुस्साए ग्रामीणों ने जोगीपहाड़ी चौराहा में चक्काजाम कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक मनोज श्रीवास्तव ने डीएसपी अजाक अमर सिंह व कोतवाली टीआई रामबाबू चौधरी सहित पुलिस लाइन से बड़ी संख्या में बल भेजा। इसके बावजूद करीब तीन घंटे आंदोलन जारी रहा।