
सीधी। एक ओर जहां मध्य प्रदेश में लगातार वन्य जीवों को लाकर यहां बसाया जा रहा है। वहीं कुछ लोगों द्वारा इन वन्य प्राणियों को लगातार नुकसान पहुंचाया जा रहा है। ऐसे में जहां मध्यप्रदेश के माधव नेशनल पार्क में अभी कुछ दिन पहले ही बाघों को छोड़ा गया था। वहीं अब एक बाघिन को करंट लगाकर मारने के बाद उसका शव रेत में छुपाने का मामला सामने आ रहा है। यह मामला सीधी के संजय टाइगर रिजर्व से सामने आया है।
दरअसल संजय टाइगर रिजर्व में एक बाघिन का शव मिला है। यहां बफर रेंज टमसार में जंगली जानवरों से फसल को बचाने के लिए लगाए गए करंट की चपेट में आने से बाघिन टी-32 की मौत हुई है। विभागीय कार्रवाई से बचने के लिए स्थानीय किसानों ने बाघिन के शव को गोपद नदी किनारे ले जाकर रेत में दफना दिया था। 15 दिन से बाघिन की लोकेशन नहीं मिल रही थी। विभाग ने खोजी कुत्ते का सहारा लिया तो रेत में दफन बाघिन का शव मिला। टाइगर रिजर्व की टीम बाघिन की हत्या के मामले में तीन संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
कॉलर आइडी को कर दिया था क्षतिग्रस्त
लोगों ने बाघिन की कॉलर आइडी को क्षतिग्रस्त कर शव से दूर फेंक दिया था। सबसे पहले खोजी कुत्ते ने कॉलर आइडी को ही तलाशा। इसके बाद बाघिन का शव मिला।
एक बाघ गायब, बाघिन बीमार
इधर, बाघ टी-27 भी गायब है, जिसकी तलाश में अमला लगा है। सूत्र बताते हैं कि पोंडी परिक्षेत्र के बाघ टी-22 और टमसार परिक्षेत्र के टी-27 में कुछ दिन पहले द्वंद्व हुआ था। इसमें बाघ-22 का उपचार किया जा रहा है, जबकि बाघ टी-27 की लोकेशन 22 फरवरी से नहीं मिली है।
Published on:
12 Mar 2023 08:37 pm
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