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अमराराम सीएम पद के दावेदार, बिना गोली-लाठी चले 13 दिन में ही राजस्थान सरकार को ऐसे झुकाया था

Amraram Sikar : Vराजस्थान लोकतांत्रिक मोर्चा की ओर से राजस्थान विधानसभा चुनाव में सीपीआइएम नेता कामरेड अमराराम सीएम पद के दावेदार होंगे।

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Amra ram

Amra ram CM Candidate of Loktantrik morcha in rajasthan election 2018

जयपुर/सीकर.

राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 में अब जनता को भाजपा-कांग्रेस समेत अन्य पार्टियों के प्रत्याशियों की सूची का बेसब्री से इंतजार है। राजस्थान में 7 दिसम्बर को मतदान व 11 दिसम्बर को मतगणना होनी है। इससे पहले 7 नवम्बर को दिवाली है।

ऐसे में हर कोई जानना चाहता है कि इस बार टिकट वितरण से किसकी दिवाली शानदार और किसकी फीकी रहने वाली है। इसके अलावा 29 अक्टूबर को जयपुर में प्रस्तावित हनुमान बेनीवाल की किसान हुंकार महारैली पर भी सबकी नजर है।

इस बीच राजस्थान लोकतांत्रिक मोर्चा ने भी अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं। मोर्चा की ओर से राजस्थान विधानसभा चुनाव में सीपीआइएम नेता कामरेड अमराराम सीएम पद के दावेदार होंगे।

सीपीआइ के तारा सिंह सिद्धू ने शनिवार को कहा कि यह निर्णय मोर्चा के घटक दलों के सदस्यों ने आयोजित संयुक्त बैठक में लिया।

सीपीआइ से तारा सिंह सिद्धू, सीपीआइ एमएल के फूलचंद, जनता दल(एस) से अर्जुनराम देथा और सपा से शैलेंद्र अवस्थी भी मौजूद थे। 15 सदस्यीय कोर कमेटी का भी गठन किया गया है।

दोनों दलों ने सिर्फ वादे किए
अमराराम नेे कहा कि मोर्चे में राज्य और राष्ट्र स्तर पर काम करने वाले सात दल शामिल हैं। विधानसभा चुनाव में हमारा उद्देश्य जनता के हितों को ध्यान में रखकर कार्य करना है। प्रदेश में दोनों दलों ने जनता से सिर्फ वादे किए हैं, लेकिन उन्हें पूरा नहीं किया।

जानिए कौन हैं अमराराम

-अमराराम का जन्म डीडवाना-नागौर मार्ग पर स्थित सीकर जिले की धोद तहसील के गांव मूंडवाड़ा में किसान दलाराम व रमादेवी के घर 5 अगस्त 1955 को हुआ।
-चार भाइयों में तीसरे नम्बर के अमराराम सीकर के एसके कॉलेज में पढ़ाई के दौरान सीपीआइ की छात्र इकाई से जुड़े। 1979 में छात्रसंघ का चुनाव जीता।
-गांव मूंडवाड़ा के सरपंच रहे और फिर धोद व दांतारामगढ़ से कुल चार बार विधायक चुने गए। पिछले चुनाव में दांतारामगढ़ से हार का सामना करना पड़ा।
-अमराराम को राजस्थान में किसानों के मसीहा के तौर पर जाना जाता है। अनेक बड़े किसान आंदोलनों का नेतृत्व अमराराम ने ही किया।
-वर्ष 2017 में एक सितम्बर से 13 सितम्बर तक कर्ज माफी समेत अनेक मांगों को लेकर सीकर किसान आंदोलन हुआ।
-बिना गोली-लाठी चले 13 दिन में सीकर किसान आंदोलन सफल रहा और सरकार ने राजस्थान के किसानों के 50 हजार तक के कर्ज माफ किए।