23 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Biparjoy update: मौसम विभाग का एक और बड़ा अलर्ट जारी, इतनी देर में होने वाली है झमाझम बारिश

पर्यटन स्थल माउंट आबू में बिपरजॉय चक्रवाती तूफान (Biparjoy Storm) व बारिश का कहर रविवार को भी जारी रहा। तूफान से शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में सैंकड़ों पेड़ धराशायी हो गए, दर्जनों विद्युत पोल गिर गए

2 min read
Google source verification

सीकर

image

Rakesh Mishra

Jun 19, 2023

weather_alert_12.jpg

सीकर। राजस्थान में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय (Biparjoy Storm) को लेकर मौसम विभाग ने फिर ताजा अलर्ट जारी कर दिया है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ घंटों में कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़, राजसमंद, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, झुंझुंनू, पाली, प्रतापगढ़, सीकर, नागौर, उदयपुर, सिरोही, डुंगरपुर और बांसवाड़ा जिलों में बारिश हो सकती है। यहां येलो अलर्ट जारी कर 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने की अनुमान लगाया गया है।

यह भी पढ़ें- Biparjoy Storm: चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ने तोड़ा 100 साल का रिकॉर्ड, देखें ये बड़ी रिपोर्ट

वहीं पर्यटन स्थल माउंट आबू में बिपरजॉय चक्रवाती तूफान (Biparjoy Storm) व बारिश का कहर रविवार को भी जारी रहा। तूफान से शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में सैंकड़ों पेड़ धराशायी हो गए, दर्जनों विद्युत पोल गिर गए। बिजली ठप होने से माउंट आबू अंधेरे में डूबा रहा और पेयजल सप्लाई भी बाधित रही। तूफान से जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया। निरंतर चल रही तेज आंधी से पेड़ों के गिरने का सिलसिला जारी है। जिसके चलते देलवाडा रोड पर बीकानेर पैलेस के समीप, अधरदेवी मार्ग, पाण्डव भवन के पास, मिनिस्टर कॉटेज, नक्की झील परिक्रमा पथ, वाल्टर तिराहा, पालनपुर पैलेस कॉलोनी, कुम्हारवाड़ा, राजभवन प्रवेशद्वार, ज्ञान सरोवर मार्ग समेत शहर व ग्रामीण क्षेत्र के कई स्थानों पर पेड़ व पोल गिरने से बिजली, पानी समेत सारी व्यवस्थाएं चरमरा गई।

यह भी पढ़ें- चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ने दिखाया खौफनाक असर, लगातार बजने लगे मोबाइल फोन, जानिए क्यों
जगह-जगह भारी भरकम पेड़ों के गिरने से सड़क मार्ग के अवरूद्ध होने पर वाहनचालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। सैलानियों को वापसी जाने में भी भारी परेशानियां झेलने को विवश होना पड़ा। लंबी दूरी की रेल व हवाई यात्रा की टिकटें संचार व्यवस्था के ठप रहने से कैंसिल नहीं करवा पाए, जिससे लोगों को शारीरिक व मानसिक तौर पर दिक्कतों का सामना करना पड़ा।