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सीकर. लिंगानुपात कम होने के साथ ही अब एक ओर बड़े चिंताजनक हालात बन गए है। शेखावाटी के दूल्हों के लिए दुल्हनें नहीं मिल रही है। घर बसाने के लिए 3 से 4 लाख रुपए में दुल्हनें खरीदी जा रही है। इतना ही नहीं शादी का पूरा खर्चा भी वर पक्ष की ओर से ही किया जाता है। ये दुल्हनें दूसरे राज्यों से बिहार, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश के अलावा उडीसा व असम से लाई जा रही है। ये दुल्हनें अब उनका घर संभाल कर जिम्मेदारी निभा रही है तो कुछ लुटेरी दुल्हनें बन कर सब कुछ लूट कर बर्बाद कर ले गई। इसका बड़ा कारण है कि बेटों की तुलना में कम बेटियां जन्म ले रही है। इसे अब दलालों ने बड़े फायदे का ध्ंाधा बना लिया है। बड़ी संख्या में ऐसे गिरोह सक्रिय हो गए है, जो शादी के नाम से लोगों से ठगी करने में लग गए है। इससे सभी वाकिफ है, लेकिन कोई भी लिंगानुपात को लेकर गंभीरता से नहीं ले रहा है। राजस्थान पत्रिका ने सामाजिक बदलाव और लिंगानुपात को लेकर पुलिस और कई दलालों से बात की तो कई चौंकाने वाली बातें सामने आई। 21 से 30 साल के बीच के युवाओं की संख्या काफी ज्यादा है। जोकि शादी के मुआयने पर खड़े है। परिजन दलालों के संपर्क में आकर शादी करने के लिए युवती तलाश कर रहे है।
चेहरा देख कर होता दाम तय
पत्रिका टीम ने उन परिवारों से बात की जो दुल्हन खरीद कर लेकर आए। इसके बाद वे दुल्हनें सब कुछ लूट कर ले गई। हाल ही में लक्ष्मणगढ़ में युवक के लिए हरियाणा से दलाल के जरिए शादी कर दुल्हन लेकर आए। दो दिन बाद ही दुल्हन गहने व रुपए लेकर भाग गई। हैरानी की बात है कि दलाल ने रुपए लेकर दूसरी बहु लाकर दे दी, लेकिन वह भी भाग गई। पिपराली रोड़ पर रहने वाले 27 साल के बेटे के पिता ने बताया कि तीन लाख रुपए में सौदा तय कर एक साल पहले बिहार से दुल्हन लेकर आए थे। दलाल ने कई लड़कियों को दिखाया था। तीन दिन बाद ही दुल्हन जेवर व रुपए लेकर करीब 12 लाख रुपए का सामान लेकर फरार हो गई। लुटेरी दुल्हनों को आंकडां कहीं ज्यादा है। साथ ही सीकर के नीमकाथाना, थोई, पाटन, रींगस के अलावा कई गांवों में कई सालों से बाहर से लाई दुल्हनें परिवार के साथ रह रही है।
बड़े उम्र के युवाओं पर दलालों की नजर
शेखावाटी के सीकर, झुंझुनूं व चूरू तीनों ही जिले में बडे स्तर पर दलाल सक्रिय है। शेखावाटी में करीब 15 साल से दुल्हनें लाने का सिलसिला शुरू हो गया था। ये दलाल बड़े उम्र के कुंवारे लडक़ों पर नजर रख कर शादी की बात करते है। इसके बाद बिहार, उत्तरप्रदेश व असम के अलावा कई राज्यों में गरीब परिवार की लड़कियों से बात करते है। परिवार को दो से तीन लाख रुपए का लालच दिया जाता है। दलाल शादी कराने के लिए अलग से अपना कमीशन ले लेता है। कुछ लड़कियां जिम्मेदारी समझ कर घर संभाल लेती है तो कुछ मौका देखकर सब कुछ लूट कर ले जाती है।
शादी के नाम पर ठगी का बड़ा कारोबार
पिछले साल में 15 से अधिक दुल्हनें शादी के बाद चकमा देकर फरार हो गई। सीकर में शादी कराने के लिए 100 से ज्यादा दलाल सक्रिय है। ऐसे सैंकडों की संख्या में मामले सामने आए है जिनमें एक ही युवती कई मामलों मे सामने आई है जोकि शादी के बाद लूट कर भाग गई। हाल ही में लक्ष्मणगढ़ में लूट के बाद फरार हुई महिला को जयुपर स्टेशन पर गिरफ्तार किया गया। महिला ने जयपुर के अलावा कई जगहों पर शादी कर लूट की वारदात को अंजाम दिया। थोई में भी शादी के लाई दुल्हन लाखों रुपए के जेवर व रुपए लेकर दूसरी रात को ही फरार हो गई। दादिया थाना इलाके में भी पुलिस जेवर व रुपए लेकर भागी दुल्हन को गिरफ्तार किया तो जांच में पता लगा कि वह पहले से 6 दूल्हों को ठग चुकी है।
चौंका रहे आंकड़े
प्रदेश के पीसीपीएनटी के आंकडों पर नजर डालें तो काफी स्थिति चौंकाने वाली है। 2018 में 13 लाख 55 हजार 486 बच्चों का जन्म हुआ। इनमें लडकों ने 6 लाख 95 हजार 944 जन्म लिया, जबकि बच्चियों ने 6 लाख 59 हजार 542 ने जन्म लिया। ऐसे में 36 हजार 402 बेटियों का कम जन्म हुआ। 2019 में 13 लाख 70 हजार 693 बच्चों का जन्म हुआ 7 लाख 4 हजार 15 लडक़ों ने जन्म लिया और 6 लाख 66 हजार 678 बच्चियों ने जन्म लिया। करीब 37 हजार 337 बच्चियों ने कम जन्म लिया।
चिंताजनक : तीन सालों में अकेले सीकर में ही 40 से ज्यादा मामले सामने आ चुके है। हर साल देश में 6 हजार से ज्यादा मानव तस्करी के मुकदमें दर्ज हो रहे है। 70 फीसदी महिला व बालिकाओं की तस्करी कर बेच दिया जाता है। लगातार गिरते लिंगानुपात के कारण ही बड़ी वजह माना जा रहा है। शादियों के कारण युवाओं को लड़कियां नहीं मिल रही है। दलाल गरीब परिवारों की बच्चियों पर नजर रखते है और उनकी रुपए का लेनदेन का शादी करवा देते है।
प्रदेश का दो साल में लिंगानुपात आंकड़ा
संख्या : 2018 : 2019
1000 : 948 : 947
Published on:
31 Jan 2021 12:28 am
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