शीतल दुगड़ ने वर्ष 2015-16 में 3.32 करोड़ रुपए में सबसे महंगी कार लेम्बोर्गिनी खरीदी थी। आज हम शीतल दुगड़ का जिक्र इसलिए कर रहे हैं कि 16 अप्रेल 2018 को इन्हें वुमन आइकन ऑफ इंडिया के अवार्ड से नवाजा गया है। आइए इस मौके पर जानते हैं शीतल दुगड़ की जिंदगी के बारे में।
जानिए कौन शीतल दुगड़
-41 वर्षीय शीतल राजस्थान के चूरू के शांतिलाल वैद की बेटी हैं। चूरू में इनका घर मालजी का कमरा के पास है।
-शीतल की शादी वर्ष 1996 में बीकानेर जिले के देशनोक निवासी विनोद कुमार के साथ हुआ था। इनके तीन बेटी हैं।
-शीतल के पिता शांतिलाल वैद और पति विनोद कुमार का कोलकाता में बिजनेस है। इनका परिवार वहां बालीगंज में रहता है।
-शीतल हाउसवाइफ हैं। शादी से पहले तक इन्हें साइकिल तक चलाना नहीं आता है। वर्तमान में ये फरार्टेदार कार दौड़ाती हैं।
-शीतल दूगड़ का कोलकाता में रियल स्टेट का बिजनेस हैं। ये सामाजिक कार्यों में भी काफी सक्रिय रहती हैं।
शीतल दुगड़ को क्यों मिला वुअन आइकन ऑफ इंडिया के अवार्ड
-कोलकाता में ‘बेटी’ एनजीओ के फाउंडर अनू रंजन की ओर से शीतल दुगड़ का वुअन आइकन ऑफ इंडिया का अवार्ड प्रदान किया गया। यह अवार्ड लोगों के जीवन स्तर को सुधारने और उन्हें आगे बढऩे के लिए बेहतर मंच उपलब्ध करवाने वाली दुनियाभर की 20 महिलाओं को प्रदान किया गया था। शीतल के सामाजिक कार्यों में दिए जा रहे योगदान के चलते उनको पुरस्कृत किया गया था।
शीतल दुगड़ के सामाजिक कार्य
-कोलकाता में शीतल दुगड़ के एनजीओ ने तीस बच्चों का निशुल्क पढ़ाना शुरू किया है।
-इनके अलावा 200 जरूरतमंद बच्चों के लिए चिकित्सा जांच शिविर लगाया जाता है।
-शीतल दुग्गड़ जैन इंटरनेशनल ट्रेड ओग्रेनाइजेशन की लेडिज विंग की अध्यक्ष भी हैं।
-आरबीडी फाउंडेशन की चेयरपर्सन भी शीतल दुगड़ हैं। ये फाउंडेरशन टेलेंट हंट के जरिए गरीब बच्चों को आगे बढऩे के अवसर प्रदान करता है।
शीतल की कार लेम्बोर्गिनी की खासियत
दो साल पहले हाउसवाइफ शीतल 3.32 करोड़ रुपए में लेम्बोर्गिनी खरीदी थी, जो महज सवा तीन मिनट में ही 100 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार पकड़ लेती है। ओरो एलियॉज मॉडल की ये कार 325 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ाई जा सकती है। इसमें दुनिया के सबसे पावरफुल इंजन 5.2 लीटर वी10 लगा हुआ है। कार गोल्डन कलर है, जो भारत में बेहद कम ही हैं। शीतल कोलकाता के जानी-मानी कार रेसर है। रेसिंग के कई रिकॉर्ड इनके नाम हैं।