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सीकर में सवा लाख माचिस की तीलियों से बनी मां दुर्गा की मूर्ति को लेकर चूरू में विवाद, हरकत में प्रशासन

Navratri 2019: मोचीवाड़ा स्थित दुर्गा पूजा महोत्सव के लिए सवा लाख माचिस की तीलियों से बनकर आई दुर्गा माता की मूर्ति की पूजा चार से पांच फीट ( Maa Durga Statue made by 1.25 lakh Matchstick ) की दूरी पर होगी।

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सीकर में 1.25 लाख माचिस की तीलियों से बनी मां दुर्गा की मूर्ति को लेकर विवाद

सीकर में 1.25 लाख माचिस की तीलियों से बनी मां दुर्गा की मूर्ति को लेकर विवाद

सीकर/चूरू.
सीकर में एक लाख 25 हजार माचिस की तीलियों से तैयारी की गई मां दुर्गा की मूर्ति चूरू में विवादों में आ गई। जिसके बाद प्रशासन भी हरकत में आ गया। उन्होंने पदाधिकारियों को इसके लिए सख्त निर्देश दिए है। यहां मोचीवाड़ा स्थित दुर्गा पूजा महोत्सव के लिए सवा लाख माचिस की तीलियों से ( ( Maa Durga Statue made by 1.25 lakh Matchstick ) ) बनकर आई दुर्गा माता की मूर्ति की पूजा चार से पांच फीट की दूरी पर होगी। इसलिए जिला प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दुर्गा पूजा महोत्सव समिति के पदाधिकारियों को पाबंद कर दिया है।

उपखण्ड अधिकारी श्वेता कोचर ने बताया कि रविवार को नव दुर्गा भक्त मंडल के पदाधिकारियों को बुलाकर उनसे वार्ता की है। उन्होंने कहा कि मूर्ति में माचिस की तीलियां ज्वलनशील है। ऐसे में इसलिए ऐहतियात जरूरी है। एसडीएम ने समिति के पदाधिकारियों से कहा कि ये तीलियां आग नहीं पकड़े। इसके लिए फायर रजिस्ट लिक्विड लगाएं ताकि कोई अनहोनी ना हो। उन्होंने मां दुर्गा की पूजा चार से पांच फीट दूरी से करने के निर्देश दिए। इसके अलावा दुर्गा पूजा स्थल पर मिटटी, पानी की बाल्टियां आदि रखने की भी हिदायत दी है। एसडीएम कोचर ने मूर्ति के पास ज्वलनशील पदार्थ न रखने के लिए पाबंद कर दिया है। उन्होंने स्पे्र आदि का उपयोग नहीं करने की भी हिदायत दी है। समिति के पदाधिकारियों ने आदेशों की पालना करने का आश्वासन दिया। वार्ता में पार्षद सत्यनाराण सोनी, विनोद कुमार सोनालिया, रघु सोनी मौजूद थे।

सीकर में दो मूर्तिकारों तैयार की थी प्रतिमा
बता दें कि यह मूर्ति सीकर के आनंद नगर में मूर्ति कलाकार पंडित लोकनाथ शर्मा और प्रशानतु द्वारा तैयार की गई है। इसके निर्माण में सात दिन का समय लगा। मूर्ति निर्माण के लिए एक क्विंटल मिट्टी और घास का भी प्रयोग किया गया है। क्योंकि मूर्तिकारों ने रोगन सहित तीलियों को काम में लिया। जिस वजह से यह बेहद की खतरनाक साबित हो सकती है। ऐसे में चूरू प्रशासन ने पदाधिकारियों को सख्त हिदायत दी है।