
सीकर.
देश को सबसे अधिक फौजी व शहीद देने वाले अंचल शेखावाटी ने केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को भी कई बहादुर जवान दिए हैं, जो नक्सलियों से शेर की तरह लड़ते हैं। ऐसे ही एक जवान थे प्रमोद कुमार वर्मा। सीकर के गांव हसामपुर निवासी प्रमोद कुमार 10 अप्रेल 2009 को शहीद हो गए। आज उनकी नौवीं पुण्यतिथि है। आइए जानते हैं कि प्रमोद कुमार की शहादत के बारे में।
दंतेवाड़ा में शहीद हुए थे जीडी प्रमोद कुमार वर्मा
-10 अपे्रल 2009 को सीआरपीएफ की 55 बटालियन की एक टुकड़ी ने दंतेवाड़ा जिले के चिंतागुफा थाना इलाक के गांव पढ़ीगुड़ा में माओवादियों के खिलाफ एक ऑपरेशन का संचालन किया।
-सीआरपीएफ की यह टुकड़ी अपने लक्ष्य के नजदीक पहुंची तो इंतजार में बैठे माओवादियों ने टुकड़ी पर घात लगाकर हमला कर दिया।
-माआवोदियों ने बहुत सुरक्षित और ऊंचे स्थानों पर पोजीशन ले रखी थी। संख्या में लगभग 200 माओवादियों का प्रयास था कि वो टुकड़ी को घेरकर खत्म कर दें।
-सूचना मिलने पर दिवारी तिवाड़ी, उप कमांडेंट के नेतृत्व में एक टुकड़ी अम्बुश में फंसी इस टुकड़ी की मदद के लिए तुरंत अम्बुश स्थल पर पहुंची।
-उस दौरान बल की टुकडिय़ों ने पूरी ताकत के साथ माओवादियों पर हमला बोल दिया और उन्हें भारी नुकसान पहुंचाया।
- बल की टुकडिय़ों की हिम्मत और हमले से घबरा कर माओवादी अपना इरादा बल कर अपना स्थान छोड़कर भागने लगे।
-काफी देर तक चले इस संघर्ष में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के दस वीर कार्मिक कर्तत्व पर लड़ते शहीद हो गए।
प्रमोद कुमार वर्मा के साथ ये भी हुए शहीद
Updated on:
10 Apr 2018 04:34 pm
Published on:
10 Apr 2018 04:23 pm
बड़ी खबरें
View Allसीकर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
