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खाटूधाम के संबंध में सरकार ने लिया है ये बड़ा फैसला, श्याम भक्तों को होगी खुशी

कृष्णा सर्किट योजना के अंतर्गत खाटूश्यामजी में ठोस कचरा निस्तारण प्लांट एवं सीवरेज व्यवस्था को अमली जामा पहनाने की कवायद ओर तेज हो गई है।

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sikar

खाटूश्यामजी.

प्रसिद्ध धार्मिक स्थली खाटूधाम में आने वाले श्रद्धालुओं को शीघ्र ही कस्बा पूर्ण रूप से स्वच्छ एवं सुंदर नजर आएगा। स्वच्छता की इस मुहिम को लेकर राज्य सरकार भी गंभीर नजर आ रही है। सरकार की कृष्णा सर्किट योजना के अंतर्गत खाटूश्यामजी में ठोस कचरा निस्तारण प्लांट एवं सीवरेज व्यवस्था को अमली जामा पहनाने की कवायद ओर तेज हो गई है।

शनिवार सुबह सीकर जिला कलक्टर नरेश ठकराल ने खाटूश्यामजी की होटल लखदातार में श्री श्याम मंदिर कमेटी के मंत्री प्रताप सिंह चौहान , स्वच्छ एनवायरमेंट कंपनी दिल्ली के सीईओ सौरवदास पटनायक, सोलिड वेस्ट एक्सपर्ट गिरीजेश चोबे के साथ बैठक कर ठोस कचरा निस्तारण एवं सिवरेज प्लान पर चर्चा कर उचित दिशा निर्देश दिए।

अधिकारियों ने बताया कि ठोस कचरा निस्तारण के लिए खाटू का सर्वे कर लिया गया है और पंद्रह दिन में इस पर काम भी शुरू कर दिया जाएगा। मंदिर कमेटी के मंत्री प्रताप सिंह चौहान ने कलक्टर से सीवरेज पर भी काम शीघ्र शुरू करने की मांग की।

बैठक में दांतारामगढ़ नायब तहसीलदार अर्जुन सिंह, विकास अधिकारी राजूराम सैनी, पटवारी रामपाल सिंह रणवां, धींगपुर पटवारी महेन्द्र सिंह, ग्राम विकास अधिकारी बजरंग सिंह ओला, लिपिक हीरालाल आदि मौजूद रहे।


हर घर से होगा कचरा संग्रहण

जिला कलक्टर नरेश ठकराल ने बताया कि खाटूधाम गंदगी से मुक्त हो और श्याम दर्शन आने वाले श्रद्धालु यहां से सुखद अनुभूति लेकर जाए। जिसके लिए कोलकाता और दिल्ली से एक्सपर्ट बुलाकर कचरा निस्तारण के लिए ग्राम का सर्वे करवाया है। स्वच्छ एनवायरमेंट कंपनी दिल्ली के चीफ एज्युकेटर सौरवदास पटनायक ने बताया कि कर्मचारी कस्बे के घर घर जाकर कचरा संग्रहण करेंगे। उन्होंने बताया कि प्लास्टिक के कचरे से उपयोगी वस्तुएं बनाई जाएगी।


श्याम बाबा के उतारे गए फूलों से बनेगी अगरबत्ती

सॉलिड वेस्ट एक्सपर्ट गिरीजेश चोबे ने बताया कि खाटूश्यामजी में रोजाना क्विंटलों फूल मालाएं श्याम बाबा को चढाई जाती हैं। कंपनी के कर्मचारी मंदिर से उतारी गई फूल मालाओं को सूखाकर उसका पाऊडर बनाकर अगरबत्ती बनाने के काम में लेंगे।

जल्द शुरू होगा सीवरेज का काम

जिला कलक्टर नरेश ठकराल ने बताया कि सीवरेज प्लान के डीपीआर में तकरीबन दो से तीन महिने लगेंगे। उसके बाद उसमें आने वाले खर्चे को योजना का खाका तैयार कर इस व्यवस्था को भी शीघ्र शुरू कर दिया जाएगा।