
Rajasthan Assembly Election 2023 : पश्चिमी राजनीतिक विचारक अरस्तु ने शिक्षा व क्रांति को राजनीतिक विकास का अहम आधार बताया था। जिले का कूदन गांव इसी विचार को साकार कर रहा है। यहां 1952 से अब तक के 15 विधानसभा चुनाव में से 14 चुनाव में गांव के एक या दो प्रत्याशी जरूर मैदान में उतरे हैं। अब तक कुल 23 उम्मीदवारी में से 11 चुनावी जंग भी जीत चुके हैं। उम्मीदवारी के इस अनूठे रिकॉर्ड को इस बार भी गांव के महरिया बंधु कायम रख रहे हैं।
कुदन गांव विधानसभा चुनाव में अब तक छह प्रत्याशी दे चुका है। जिन्होंने कुल 23 बार भाग्य आजमाकर 11 चुनावों में जीत दर्ज की है। सबसे ज्यादा 12 विधानसभा चुनाव लड़कर रामदेव सिंह महरिया सात बार विधानसभा पहुंचे और मंत्री भी बने। रामचंद्र सिंह सुंडा तीन में से दो और झाबर सिंह तथा नंदकिशोर महरिया तीन-तीन में से एक-एक चुनाव जीत चुके हैं। एक-एक विधानसभा चुनाव लड़ने वाले गणेशराम व सुभाष महरिया ही विधानसभा की दहलीज से दूर रहे हैं।
इस बार फतेहपुर व लक्ष्मणगढ़ से प्रत्याशी
इस विधानसभा में भी कूदन के सुभाष महरिया और नंदकिशोर महरिया चुनावी मैदान में हैं। सुभाष महरिया भाजपा प्रत्याशी के तौर पर लक्ष्मणगढ़ से पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा को टक्कर दे रहे हैं। वहीं, नंदकिशोर महरिया ने फतेहपुर से जेजेपी से दांव खेला है।
Published on:
01 Dec 2023 11:28 am
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