राजस्थान: CAA के समर्थन में निकाली जा रही तिरंगा रैली को पुलिस ने रोक, अतिरिक्त जाप्ता बुलाया
मन्दिर पहुंचने से पहले दांतारामगढ़ के पास महेश के सीने में दर्द हुआ। दोस्तों ने उसे निजी चिकित्सक को उपचार के लिए दिखाया। चिकित्सक ने साइलेंट अटैक बताकर महेश गुर्जर को मृत घोषित कर दिया। दोस्त शव लेकर जैसे ही घर पहुंचे तो कोहराम मच गया। मृतक सात वर्ष से मुम्बई में रहकर मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण कर रहा था। मृतक के दो बेटे व एक बेटी है। बड़ा लडक़ा प्रदीप (7), बेटी प्रिया (5), छोटा बेटा संदीप दो वर्ष का है। मृतक के 7 बहनें हैं, जिनमें से चार की शादी हो चुकी है तथा तीन अविवाहित है। हादसे के बाद मृतक की पत्नी बिरमा देवी व बूढ़ी मां चिडिय़ा देवी का रो-रो कर हाल-बेहाल है। ग्रामीणों ने प्रशासन, मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री सहायता कोष से सहायता देने की मांग की है। साथ ही भामाशाहों से भी मदद की अपील की है।
लोग सीने में हल्का दर्द होने पर चिकित्सकों की सलाह नहीं लेते, जिससे धमनियां ब्लॉक हो जाती है ओर व्यक्ति के साइलेंट अटैक आ जाता है। बचाव के लिए व्यक्ति को प्रतिदिन सुबह-सुबह घुमना, धूम्रपान से दूरी रखना,खान पान पर विशेष ध्यान रखना चाहिए। दिल संबंधी दर्द होने पर मरीज को तुरंत चिकित्सकों की सलाह लेनी चाहिए। -डॉ जीएस तंवर, पीएमओ, राजकीय कपिल अस्पताल,नीमकाथाना