
राजस्थान सरकार ने सीकर के संभाग व नीमकाथाना के जिले निरस्तीकरण की अधिसूचना जारी कर दी। इससे सीकर का नक्शा फिर बदल गया। अब सीकर संभाग की बजाय महज जिला होकर फिर से जयपुर संभाग में शामिल हो गया है।
नीमकाथाना भी जिले की जगह फिर से उपखंड बनकर सीकर जिले का हिस्सा हो गया। इसी के साथ संभाग का दर्जा छिनने पर सीकर का कद छोटा व नीमकाथाना जुड़ने से आकार फिर बड़ा हो गया है। इसमें उपखंडों की संख्या नौ से बढ़कर 11 व तहसीलों की संख्या 10 से बढ़कर 13 हो गई है।
जिला निरस्त होने के साथ नीमकाथाना फिर दो जिलों में बांटा गया है। यहां के दो उपखंड नीमकाथाना व श्रीमाधोपुर व तीन तहसीलें नीमकाथाना, श्रीमाधोपुर व पाटन वापस सीकर जिले में शामिल की गई हैं, जबकि खेतड़ी व उदयपुरवाटी उपखंड व तहसीलें झंझुनूं जिले में शामिल कर दी गई है।
नीमकाथाना से जिले का दर्जा छिनने से अब सबसे बड़ी समस्या वहां के करीब 10 लाख लोगों को दस्तावेजों को लेकर होगी। इसमें उन्हें जिले का नाम बदलवाना होगा। इसके लिए फिर से कवायद व दफ्तरों के चक्कर लगाना होगा। इधर जिला स्तरीय कार्यों के लिए उन्हें फिर से 90 किलोमीटर की दूरी तय करके सीकर के चक्कर भी लगाने होंगे। इधर, संभाग स्तरीय कार्य के लिए सीकरवासियों को भी जयपुर की राह तकनी होगी।
फतेहपुर- फतेहपुर
रामगढ़ शेखावाटी- रामगढ़ शेखावाटी
लक्ष्मणगढ़- लक्ष्मणगढ़
नेछवा- नेछवा
सीकर- सीकर
धोद धोद-सीकर ग्रामीण
दांतारामगढ़-दांतारामगढ़
खंडेला- खंडेला
रींगस- रींगस
नीमकाथाना- नीमकाथाना/पाटन
श्रीमाधोपुर- श्रीमाधोपुर
Updated on:
31 Dec 2024 10:49 am
Published on:
31 Dec 2024 09:12 am
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