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फर्जी पोर्टल से बना रहे मतदाता पहचान-पत्र

गैंग ने वॉट््सएप ग्रुप बनाकर जोड़ रखे हैं 90 से ज्यादा ई-मित्र धारकगुहाला स्थित ई-मित्र पर प्रशासन ने की कार्रवाई

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सीकर

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Suresh Sharma

Mar 23, 2022

फर्जी पोर्टल से बना रहे मतदाता पहचान-पत्र

फर्जी पोर्टल से बना रहे मतदाता पहचान-पत्र

नीमकाथाना. साइबर अपराधों के बीच अब मतदाता पहचान-पत्र बनाने से संबंधित बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। गुहाला में एक ई-मित्र धारक फर्जी पोर्टल से लोगों को मतदाता पहचान पत्र बना कर दे रहा था। शिकायत पर जब उपखंड अधिकारी बृजेश गुप्ता ने सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग नीमकाथाना प्रोग्रामर अब्दुल खलिल कुरैशी व सूचना सहायक अशोक कुमार से जांच करवाई तो बड़ा मामला उजागर हुआ। गुहाला में ग्रामीण बैंक के पास स्थित श्याम ई-मित्र कियोस्क धारक शिशपाल सैनी लोगों को फर्जी पोर्टल से मात्र पांच मिनट में मतदाता पहचान पत्र तैयार कर दे रहा था। टीम ने संचालक से पोर्टल के बारे में जानकारी ली तो उसने वॉट््सऐप ग्रुप पर बने स्पाईस मनी इन सीकर 4 से 300 रुपए में खरीदना बताया। प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए ई-मित्र के खिलाफ थाना में मामला दर्ज करवाया है। साथ ही ई-मित्र किओस्क को निलंबित कर 5 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है।
ऐसे पकड़ में आया मामला
शिवनगर ग्राम पंचायत डेहरा जोहड़ी निवासी बुजुर्ग दंपती रतनलाल व कमला देवी ने अपनी सामाजिक सुरक्षा पेंशन अंतर्गत वृद्धावस्था पेंशन के लिए ऑनलाईन आवेदन किए। जहां आवेदन पत्र ऑटो हस्ताक्षर से स्वीकृत हो चुका था। इसके बाद आवेदक का पुत्र मुल दतस्तावेज तहसील कार्यालय में जमा करवाएं। जांच में मतदाता फोटो पहचान पत्र फर्जी पाया गया। जिसपर निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी के हस्ताक्षर सहीं नहीं थे ना ही प्रारूप सही था। इस पर अधिकारी ने पेंशनधारी को नोटिस जारी किया तो ई-मित्र संचालक से आवेदन व पहचान पत्र बनाना बताया। रिपोर्ट के अनुसार पेंशन धारक का आवेदन श्री श्याम ई-मित्र द्वारा वोटर कार्ड, राशन कार्ड, बैंक पास बुक, आधार कार्ड जन आधार कार्ड आवेदन के साथ लगाकर किया गया। ई-मित्र संचालक दोनों मतदाता पहचान बनाने के 100 रुपए लिए।
जब्त किया सीपीयू
जांच करने पहुंचे प्रोग्रामर अब्दुल खलील कुरैशी ने ई-मित्र किओस्क का कम्प्यूटर सीपीयू जब्त कर पावती ई-मित्र धारक को दे दी। जांच में सामने आया कि धारक फर्जीवाड़ा तथा राज्य सरकार के आदेशों की अवहेलना करता हुआ पाया गया।
ग्रुप में 82 सदस्य व चार एडमिन
स्पाईस मनी इन सीकर 4द्य में 82 सदस्य जुड़े हुए है तथा चार एडमिन बने हुए है। गु्रप में कई पोर्टल की जानकारी संझा की हुई है। 300 रुपए किमत पोर्टल की वेदता एक वर्ष की बताई जा रही है।
इनका कहना है...
ई-मित्र कियोस्क धारक द्वारा फर्जी पोर्टल से मतदाता पहचान पत्र बनाना सामने आया है। उसका लाइसेंस निलंबित कर 5 हजार रुपए जुर्माना लगाया गया है।
बृजेश गुप्ता, उपखंड अधिकारी, नीमकाथाना