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सासन पॉवर के फ्लाईऐश डैम में लीकेज, खेतों में पहुंच रहा राख का मलबा

दर्जन भर किसानों की फसल प्रभावित ....

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Leakage in Sasan Power's flyash dam, ash debris reaching fields

Leakage in Sasan Power's flyash dam, ash debris reaching fields

सिंगरौली. रिलायंस सासन पॉवर के हर्रहवा स्थित फ्लाईऐश डैम में बुधवार को लीकेज हो गया। इससे आसपास के गांवों के ग्रामीण दहशत में हैं। उनको डैम के धराशायी होने का भय सता रहा तो लीकेज के चलते निकल रहे कोयले की राख का मलबा खेतों में जा रहा है। धान की फसल प्रभावित होने की आशंका भी बनी है। लीकेज से घबराए ग्रामीण दोपहर बाद मौके पर पहुंचे और अपने खेतों का हाल देखा।

दरअसल, फ्लाईऐश डैम के एक ओर हर्रहवा, झांझीटोला, भाड़ी व लदबुड़वा जैसे घनी आबादी वाले गांव हैं। दूसरी ओर गहिलगढ़, बलियरी, जुड़ी व जुवाड़ी जैसे शहरी इलाकों की बस्ती है। इस बार डैम में लीकेज हर्रहवा गांव में है। डैम के किनारे महेश शाह, जमाहिर शाह व छोटेलाल सहित अन्य दर्जनभर किसानों की धान की फसल प्रभावित हुई है।

लीकेज से राख का मलबा खेतों में जमा हो रहा है। राख में खतरनाक रसायन होने के चलते फसल के सूखने का खतरा मडरा रहा है। जल्द उचित बंदोबस्त नहीं किया गया तो कई दूसरे किसानों की फसल भी बर्बाद हो सकती है। इस संबंध में एसडीएम राजेश शुक्ल से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उनकी ओर से फोन रिसीव नहीं किया गया।

10 अप्रेल 2020 को हुई थी बड़ी घटना
सासन पॉवर के फ्लाईऐश डैम से 2020 में बड़ी घटना हो चुकी है। 10 अप्रेल 2020 को सिद्धिखुर्द स्थित फ्लाईऐश डैम के फूटने से 4 नाबालिग सहित छह लोगों की मलबे में दबने से मौत हो गई थी। 100 से अधिक मवेशी बहकर रिहंद जलाशय में समा गए थे। रिहंद जलाशय का पानी भी प्रदूषित हुआ। मामले में सासन पॉवर के अधिकारियों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज की गई थी।

सुरक्षित नहीं फ्लाईऐश डैम की मेड़
कंपनी द्वारा बनाई गई फ्लाईऐश डैम की मेड़ सुरक्षित नहीं है। 2020 की दुर्घटना के बाद एनजीटी और जिला प्रशासन के निर्देश के बाद डैम की मेड़ (बांध) को ऊंचा तो किया गया, लेकिन निर्माण में निर्देशों का पालन नहीं किया गया। एनजीटी ने मेड़ को सीमेंटेड बनाने का निर्देश दिया है, लेकिन कंपनी ने राख का मलबा ही रखकर मेड़ बना दिया है। जिला प्रशासन की डैम की सुरक्षा को लेकर उदासीन है।