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बबूल के पेड़ काटने से आक्रोशित ग्रामीणों ने पंचायत में किया धरना-प्रदर्शन

पादर पंचायत के अधीनस्थ ग्राम कातरवाड़ी के गोचर में बिना नीलामी तथा पंचायत के बिना जानकारी के अवैध रूप से बबूल के पेड़ काट और उसका थ्रेशर से बुरादा बना कर ले जाने पर ग्रामीणों ने गुरुवार को आक्रोश जताकर पंचायत मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।

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मंडार. पादर पंचायत के अधीनस्थ ग्राम कातरवाड़ी के गोचर में बिना नीलामी तथा पंचायत के बिना जानकारी के अवैध रूप से बबूल के पेड़ काट और उसका थ्रेशर से बुरादा बना कर ले जाने पर ग्रामीणों ने गुरुवार को आक्रोश जताकर पंचायत मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।

पादर निवासी भाजपा मंडल महामंत्री महिपाल सिंह ने बताया कि पंचायत के अधीनस्थ गोचर से पंचायत की बिना जानकारी के ही कुछ लोग अवैध रूप से बबूल को काटकर मौके पर ही लकड़ी का बुरादा बना वाहनों में भरकर ले जा रहे थे। इधर, इस मामले को लेकर पूर्व सरपंच पुनमा राम कोली, समाज सेवी दलपत सिंह देवड़ा, शिवगिरी गौ सेवा मंडल के जयदीप सिंह, विक्रम सिंह, शंभू सिंह, वणाराम मेघवाल, वेला राम रबारी, नेपाल सिंह, भंवर सिंह, दला राम भील समेत गो सेवकों ने ग्राम पंचायत सरपंच व ग्राम विकास अधिकारी के विरुद्ध आक्रोश व्यक्त किया। साथ ही पादर चौकी प्रभारी को रिपोर्ट दी है।

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वीडीओ बोले, पंचायत ने पुलिस चौकी में दी रिपोर्ट

इधर, इस मामले में सरपंच प्रतिनिधि धीराराम देवासी ने बताया पंचायत के अधीनस्थ कातरवाड़ी में कुछ लोगों ने गोचर भूमि में खड़े बबूल को ठेकेदार को दे दिए थे। जो लकड़ी को थ्रेसर से बुरादा बनाकर ले जा रहे थे। इसकी जानकारी पंचायत को नहीं थी। ग्रामीणों की शिकायत पर कार्य बंद करवा दिया गया। वहीं, ग्राम विकास अधिकारी महेंद्र खंडेलवाल ने बताया कुछ लोग गोचर में खड़े बबूल के पेड़ काटकर बुरादा बना कर ले जा रहे थे। ग्रामीणों की ओर से इसकी शिकायत मिलने पर पंचायत ने कारवाई के लिए थाने की पादर पुलिस चौकी प्रभारी को चार अप्रेल को ही रिपोर्ट दे दी।

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