यह दिए निर्देश
मंत्रालय की ओर से 30 अप्रेल को जारी निर्देश में उल्लेख किया है कि अनुसूचित जनजाति और अन्य परंपरागत वन निवासी (वन अधिकारों की मान्यता) अधिनियम, 2006, नियम 2008 एवं संशोधित नियम, 2012 के अंतर्गत वन अधिकारों के प्रभावी क्रियान्वयन में कानून से जुड़े हित धारकों के बीच जागरुकता बढ़ाई जाए। निर्देश में वनाधिकारी से संबंधित विभाग, वनाधिकारी क्रियान्वयन में विशेषज्ञता वाले गैर सरकारी संगठनों, शैक्षणिक संस्थानों और समुदाय आधारित संगठनों का सहयोग लेने की बात कही है।
इन गतिविधियों का होगा आयोजन
● व्यक्तिगत और सामुदायिक वनाधिकार के बारे में हितधारकों को शिक्षित करना ● वनाधिकार अधिनियम के क्रियान्वयन प्रक्रिया में ग्राम सभाओं की भूमिका की जानकारी देना ● दावे दाखिल करने की प्रक्रिया, मार्गदर्शन व सामुदायिक वन प्रबंधन योजना की जानकारी देना ● जिला कलक्टर के माध्यम से वनाधिकार पट्टों का वितरण ● कृषि विभाग केंद्र और कृषि विभाग के माध्यम से वनाधिकार पट्टा धारकों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड व बीज और छोटे उपकरणों के बारे में जागरूक व वितरण करना
● पीएम किसान समान निधि के लाभ के लिए वनाधिकार पट्टा धारकों का पंजीकरण ● कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से वनाधिकार पट्टा धारकों का आधार के लिए नामांकन ● लंबित दावों पर निर्णय के लिए साप्ताहिक कार्यक्रम का आयोजन
131 गांवों में लगेंगे शिविर
वनाधिकार जागरुकता अभियान में सिरोही जिले के टीएसपी आबूरोड ब्लॉक की सभी 32 ग्राम पंचायतों के 77 गांव व पिंडवाड़ा ब्लॉक की 22 ग्राम पंचायतों के 40 गांवों का चयन किया है। वहीं, धरती आबा जनजाति उत्कर्ष ग्राम योजना में जिले के पांचों ब्लॉक का चयन किया। योजना में सिरोही जिले में आबूरोड व पिंडवाड़ा ब्लॉक के अलावा सिरोही ब्लॉक के 2, रेवदर ब्लॉक के 6 व शिवगंज ब्लॉक के 6 गांवों को शामिल किया है। निश्चित तारीख पर संबंधित पंचायत मुयालयों पर शिविर आयोजित होंगे
आबूरोड ब्लॉक में पंचायतवार शिविर कार्यक्रम
उमरनी और गणका में 3 जून, चंडेला और धामसरा 4 जून, बहादुरपुरा और गिरवर 5 जून, चनार और आवल 6 जून, मूंगथला और क्यारिया 10 जून, वासड़ा और मावल 11 जून, भैसासिंह और सांतपुर 12 जून, सियावा और सुरपगला 13 जून, जांबुडी और तलेटी 17 जून, पाबा और उपलाखेजड़ा 18 जून, जायदरा और दोयतरा 19 जून, निचलागढ़ और उपलागढ़ 20 जून, देलदर और किवरली 24 जून, खड़ात और ओर 25 जून, मोरथला और मुदरला 26 जून तथा आमथला और ओरिया में 27 जून कोे शिविर का आयोजन होगा।
इनका कहना
वनाधिकार जागरूकता अभियान 1 जून से शुरू होगा, जो 30 जून तक चलेगा। जिसमें चयनित ग्राम पंचायत मुयालयों पर शिविर लगाकर विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से आदिवासियों को लाभांवित किया जाएगा। अभियान की सफलता के लिए विभिन्न संगठनों का सहयोग लेंगे। एचआर मीना, विकास अधिकारी, जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग, आबूरोड