स्वास्थ्य विभाग की टीमें रहस्यमयी बुखार की चपेट में आये लोगों की सैम्पलिंग कराकर जांच पड़ताल में जुट गया है, हालांकि अभी तक किसी में गंभीर बीमारी पकड़ में नहीं आई, लेकिन लोगों में भय व्याप्त तो स्वास्थ्य विभाग अलर्ट। गांव वालों का यह भी दावा है कि बीते एक माह में 50 से अधिक लोगों की इससे मौत हो चुकी है, लेकिन डॉक्टर 15 से 20 का दावा कर रहे हैं। यूपी सरकार ने प्रदेश के अन्य जिलों में बारिश के बाद आई डेंगू, मलेरिया, वायरल बुखार जैसी बीमारियों के मद्देनजर अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं।
ये भी पढ़ें- Dengue: धड़ाम से Platelets गिरने से हो रही मरीजों की मौत, जानें काउंट बढ़ाने के आसान उपाय बुखार की चपेट में कई कस्बे- रहस्यमयी बुखार की चपेट से सीतापुर शहर से 20 किलोमीटर दूर खैराबाद कस्बे के मधवापुर, असोहड़, उल्जापुर व एलिया ब्लॉक के बसेती गांव में तीन दर्जन से अधिक लोग आ चुके हैं। प्रभावित लोग सरकारी अस्पतालों सहित अन्य जगहों पर अपना इलाज करा रहे हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक, कस्बों में व्याप्त गंदगी के चलते लोग रहस्यमयी बुखार की चपेट में आ रहे हैं और शिकायत के बाद भी स्वास्थ्य महकमा सब कुछ जानकर भी अंजान बना हुआ है। तमाम गांवों में पूरा-पूरा परिवार बीमार पड़ रहा है। लोग इसे दिमागी बुखार, मलेरिया व डेंगू का नाम दे रहे हैं। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी सतेंद्र सिंह का कहना है कि हर संक्रमित इलाके में फॉगिंग कराकर प्रत्येक कस्बों में दवाइयों का वितरण किया जा रहा है। एसीएमओ का कहना है कि अभी तक संक्रमित बीमारी से किसी की मौत अभी तक नहीं हुई है। लोगों की सैम्पलिंग कराकर जांच कराई जा रही है।
सीएचसी अधीक्षक बोले मलेरिया के लक्षण-
सीएचसी अधीक्षक एलिया डॉ मनीष गुप्ता का कहना है कि गांव में कैंप लगाकर लोगों में दवाइयां भी बंटवाई गई हैं। गांव में सिर्फ 15 से 20 लोग ही वायरल की चपेट में है। डॉक्टर ने बतया कि यह मलेरिया के लक्षण हैं। हम लोग इसकी पूरी निगरानी कर रहे।