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बायो डीजल के नाम पर बढ़ रहा नकली कारोबार!

locationजोधपुरPublished: Jul 26, 2021 10:39:53 am

Submitted by:

pawan pareek

जोधपुर जिले भर में इन दिनों बायो डीजल के नाम पर बेस ऑयल के अवैध कारोबार को लेकर अनुज्ञापत्र धारी पेट्रोल पंप मालिक परेशानी में है।

बायो डीजल के नाम पर बढ़ रहा नकली कारोबार!

बिलाड़ा. जेतिवास में नकली डीजल का कारोबार कर रहे पंप से नमूने लेते रसद अधिकारी। (फाइल)

बिलाड़ा (जोधपुर). जोधपुर जिले भर में इन दिनों बायो डीजल के नाम पर बेस ऑयल के अवैध कारोबार को लेकर अनुज्ञापत्र धारी पेट्रोल पंप मालिक परेशानी में है।

गांवों-कस्बाई क्षेत्र में चल रहे तेल के अवैध कारोबार को रोकने के लिए एसओजी एवं रसद विभाग ने अब तक कई पंप एवं बैरल ड्रम में भरे लाखों लीटर तेल को सीज कर पुलिस में मामला दर्ज कराया है। तेल के नमूनों को जांच के लिए एफएसएल में भेजा गया है। वहां से आने वाली रिपोर्ट में स्पष्ट होगा कि डीजल के नाम पर क्या-क्या पदार्थ मिलाकर बेचा जा रहा है ।
इस एक माह में एसओजी द्वारा जिले के मथानिया, बोरानाडा, पीपाड़ शहर, बालेसर में लगे अवैध पंपों पर पहुंचकर उन्हें सीज किया गया है। रसद विभाग ने हाल ही में बिलाड़ा तहसील के जैतीवास गांव में लगे एक पंप के टैंक में भरे 5 हजार लीटर तेल को सीज कर पुलिस में पंप मालिक के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई है।
पंप मालिकों का बिगड़ रहा बिक्री समीकरण

क्षेत्र में बेस आयल के अवैध कारोबार ने डीजल की बिक्री के समीकरण गड़बड़ा दिए हैं । प्रदेश में 5 लोगों के पास रतनजोत के बीजों से बायो डीजल बनाने का लाइसेंस है। लेकिन इनमें से एक भी आदमी बायो डीजल का उत्पादन नहीं कर रहा है, इसके बावजूद बड़ी मात्रा में बायोडीजल के नाम पर बेस ऑयल बेचा जा रहा है। पंप संचालक घटती बिक्री से परेशान हैं, वही ट्रक- ट्रैक्टर एवं अन्य गाडिय़ो के इंजन घटिया डीजल के कारण खराब होने लगे है।
ढाई लाख लीटर की बिक्री घटी

राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष गोपाल सिंह के अनुसार जिले में 70 से अधिक पेट्रोल पंप हैं। इन के माध्यम से रोजाना 8 से 10 लाख लीटर डीजल की बिक्री होती रही है लेकिन पिछले एक माह से पंपों से डीजल की बिक्री का क्रम लगातार घट रहा है और अब बिक्री 6 लाख लीटर ही रह गई है।
भाव में भारी अंतर

जानकारी के अनुसार डीजल के नाम पर इन दिनों आयातित बेस ऑयल बेचा जा रहा है। बेस ऑयल डीजल की अपेक्षा 30 से 35 रुपए प्रति लीटर सस्ता पड़ता है। जबकि रतनजोत के बीज से तैयार बायोडीजल 4 से 5 रुपए प्रति लीटर तक सस्ता पड़ता है। इस अवैध कारोबार करने वाले लोगों ने अब नए- नए तरीके भी विकसित कर लिए हैं । बड़ा टैंकर किसी एक स्थान पर खड़ा कर छोटे पोर्टेबल टैंकर के जरिए हाईवे पर ट्रकों के पास जाकर बेस ऑयल बेच रहे हैं।
री- साइकिल्ड ऑयल एसिड से बनाते हैं बायोडीजल
क्षेत्र में बिक रहा नकली बायोडीजल दरअसल गुजरात के आनंद जिले के एक कारखाने में तैयार होकर आने की जानकारी है। इस कारखाने में अवैध रूप से बायोडीजल को बनाने के लिए रॉ मेटेरियल के रूप में री-साइकिल्ड ( ट्रक व वाहनों में उपयोग में लेने के बाद बेकार हो चुका ऑयल) और ऑयल केटालिस्ट के रूप में एसिड का उपयोग किया जाता है। इसी के जरिए यह अवैध बायोडीजल बनता है।
इन्होंने कहा

मैंने हाल ही में बिलाड़ा तहसील के जैतीवास गांव के एक अवैध पप और उसके टैंक में भरे पांच हजार लीटर नकली डीजल के नमूने लेकर पंप सीज किया है। पुलिस में भी मामला दर्ज कराया। इसके अलावा एसओजी ने भी कई अवैध डीजल पपों से नकली डीजल के नमूने लेकर एफएसएल में जांच के लिए भेजे हैं।
अनिल पंवार, जिला रसद अधिकारी जोधपुर

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