
मुरैना. भू माफिया के खिलाफ कार्रवाई लेकर नगर निगम व प्रशासन का अभियान ठप से पड़ गया है। शहर व आसपास के एरिया में 200 से अधिक अवैध कॉलोनी निर्माणाधीन हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई को लेकर लोकसभा चुनाव से पूर्व नगर निगम द्वारा निगम सीमा व एसडीएम द्वारा शहर से सटी पंचायतों की अवैध कॉलोनियों की सर्वे शुरू कराई थी। 11 दिन चली कार्रवाई के दौरान मात्र आठ कॉलोनाइजर को नोटिस जारी किए गए, तब तक लोकसभा चुनाव आ गया और अधिकारी चुनाव में व्यस्त हो गए लेकिन उसके बाद कार्रवाई ठप पड़ी हुई है। इसके चलते भू माफिया के हौंसले बुलंद हैं।
निगम आयुक्त ने बनाई तीन टीमों द्वारा एक अप्रैल को सर्वे शुरू की थी। इन टीमों द्वारा सिर्फ अतरसुमा, अंबाह बाइपास, पुराना सेलटैक्स बैरियर सहित आठ कॉलोनाइजर को नोटिस जारी कर सका है। उसमें भी छोटे कॉलोनाइजर शामिल हैं। बड़े कॉलोनाइजरों का नाम न तो एसडीएम की सूची में और न निगम की सूची में हैं। सुंदरपुर रोड, पुराना सेलटैक्स बैरियर, छौंदा पुल के पास, महाराजपुर में संभागीय छात्रावास के पास, छौंदा पुल व गांव के आसपास, जौरा रोड, मुडिय़ाखेड़ा व जेबराखेड़ा में नियम विरुद्ध बड़ी- बड़ी कॉलोनी भूमाफिया द्वारा काटी जा रही हैं। यहां न तो राजस्व अधिकारी पहुंचे और न निगम की टीम पहुंची।
बैठक तक ही सिमटे कलेक्टर के निर्देश
टीएल बैठक में कलेक्टर ने अवैध कॉलोनियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए थे। उसके तहत कार्रवाई शुरू तो कर दी लेकिन एक तरफ से न तो सर्वे किया और न नोटिस जारी किए गए। पूर्व में कलेक्टर कई बार निर्देश जारी कर चुके हैं, कुछ दिन कार्रवाई चलती है, उसके बाद राजनीतिक आकाओं का दबाव आ जाता है और फिर कार्रवाई थम जाती है। ऐसा ही इस बार प्रतीत हो रहा है। अतरसुमा व सुंदरपुर क्षेत्र में निगम की टीम पहुंची लेकिन यहां कुछ को नोटिस दिया है और कुछ को टच भी नहीं किया है। जबकि निगम के भवन निर्माण अधिकारी यह बात कह चुके हैं कि मुरैना शहर में एक भी कॉलोनी की निगम से अनुमति नहीं हैं इसलिए सभी अवैध हैं फिर कार्रवाई में भेदभाव क्यों।
नोटिस के बाद ईंट निकालीं फिर खड़ा किया बेसमेंट
पुराना सेलटैक्स बैरियर क्षेत्र में अवैध रूप से कॉलोनी काटने वालों को निगम ने नोटिस थमाया तो उन्होंने बेसमेंट में लगी ईंट निकालकर जमीन को पूर्व की तरह समतल कर दिया लेकिन अब फिर से ईंटों का बेसमेंट तैयार किया जा चुका है जबकि उक्त जमीन का मामले में हाईकोर्ट से स्थगन लगा हुआ है। वहीं छौंदा पुल के पास कुछ लोगों द्वारा बहुत तेजी से कॉलोनी को विकसित किया है। खबर है इस प्लाटिंग की जा रही जमीन में कुछ सरकारी जमीन भी है, उसको भी कॉलोनाइजर ने अपनी प्लाटिंग में शामिल कर ली है। प्रशासन इतना मेहरबान हैं कि नोटिस देना तो दूर यहां तक पहुंचा भी नहीं हैं।
कथन
Updated on:
22 May 2024 02:59 pm
Published on:
22 May 2024 02:57 pm
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