
नई दिल्ली। हाल ही में बॉलीवुड अभिनेत्री श्रीदेवी की मौत आबुधाबी स्थित होटल के बाथटब में हो गई। श्रीदेवी ही नहीं बल्कि इससे पहले भी देश-दुनिया के कई शख्सियतों की जान होटल के कमरों में ठहरने के दौरान जा चुकी है और केवल सेलेब्रीटिज़ ही नहीं बल्कि आम इंसानों की भी मौत कई बार होटल में ठहरने के दौरान हो जाती है।
मौत के बारे में हमेशा सनसनीखेज खुलासे होते हैं लेकिन क्या आपने कभी इस बात पर गौर फरमाया है कि इंसान की मृत्यु होटल के जिस कमरे में होती है, घटना के बाद उस कमरे का क्या होता है? तो चलिए आज आपको मौत की नहीं बल्कि मृत्यु हुए होटल के रूम्स के बारे में बताते हैं।
माइक होलोवेक्स जो कि एक मशहूर इंटरनेशनल होटल में करीब दस साल तक काम कर चुके हैं उन्होंने अपने एक ब्लॉग में लिखा है कि यदि किसी इंसान की मौत होटल में हो जाती है तो सबसे पहले उस रूम को सील कर दिया जाता है। जब तक पुलिस घटनास्थल पर नहीं पहुंच जाती है तब तक होटल का कोई भी स्टाफ कमरे में मौजुद किसी भी चीज़ को हाथ नहीं लगा सकता है।
जब तक पुलिस की जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक होटल का अने उस कमरे पर कोई भी अधिकार नहीं होता है हांलाकि जांच के बाद वो दोबारा उसे इस्तेमाल कर सकते हैं। जांच के बाद होटलकर्मी सबसे पहले कमरे की पूरी तरह से सफाई करते हैं। कमरे के हर एक कोने को बारीकी से साफ किया जाता है।
होटल के मालिक की कोशिश हमेशा यहीं रहती है कि किसी को भी उक्त रूम के नंबर के बारे में पता न चलें क्योंकि नंबर पता चल जाने से लोग उस कमरे में ठहरने से कतराते हैं और इससे होटल के मालिक को नुकसान होता है। ऐसे में कई बार मालिक नंबर के सीरिज को ही बदल देते हैं। कभी-कभी उस कमरे के इंटीरियर को ही पूरी तरह से बदल दिया जाता है और इस तरह फिर से उस रूम को सर्विस में लाया जाता है।
Published on:
01 Mar 2018 02:25 pm
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