राष्ट्रमंडल खेलों में भारत की तरफ से ध्वज वाहक के रूप में टोक्यो ओलंपिक मेडलिस्ट मीराबाई चानू और बॉक्सर लवलीना बोरगेहेन को भी इस कार्य के लिए चुना गया था लेकिन अंतिम समय में भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने सिंधु को इस जिम्मेदारी के लिए चयनित किया है।
इस मौके पर भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष अनिल खन्ना ने पीवी सिंधु को भारत की तरफ से ध्वज वाहक के रूप में बधाई दी और कहा ‘हमें यह बताते हुए बहुत गर्व हो रहा है कि सिंधु टीम इंडिया की राष्ट्रमंडल खेलों में ध्वजवाहक होंगी’
बता दें कि राष्ट्रमंडल खेलों की शुरुआत 1930 में हुई थी और 22वां संस्करण 28 जुलाई से शुरू होने के लिए एकदम तैयार है। बता दें कि राष्ट्रमंडल खेल 28 जुलाई से शुरू होकर 8 अगस्त तक चलेंगे, भारत की तरफ से 215 खिलाड़ियों का दल 15 अलग-अलग खेलों में पदक जीतने की दावेदारी पेश करता हुआ नजर आएगा। भारत को इस बार राष्ट्रमंडल खेलों में नीरज चोपड़ा से काफी उम्मीदें थी क्योंकि उन्होंने पिछली बार गोल्ड कोस्ट में भी पदक जीता था।
गौरतलब है कि इस बार राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुष की बजाय महिला एथलीटों की संख्या ज्यादा है। इसके अलावा IOA मुखिया अनिल खन्ना ने कहा सिंधु को भारत की तरफ से ध्वज वाहक के रूप में उद्घाटन समारोह में देखना एक गर्व की बात होगी और वह भारत की लाखों लड़कियों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बनेंगी। इसके अलावा पीवी सिंधु बैडमिंटन वूमेन सिंगल में गोल्ड मेडल जीतने की प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं। इससे पहले वह गोल्ड कोस्ट और ग्लासको राष्ट्रमंडल खेलों में क्रमशः सिल्वर और कांस्य पदक जीत चुकी हैं।