
कोरोना वायरस के कारण पिछले साल स्थगित हुए ओलंपिक खेलों पर इस साल भी खतरे की तलवार लटक रही है। बता दें कि इस वर्ष ओलंपिक खेलों का आयोजन जापान की राजधानी टोक्यो में होना है। हालांकि जापान की जनता कोरोना की वजह से वर्तमान हालातों को देखते हुए ओलंपिक खेलों के आयोजन के पक्ष में नहीं है। वहीं आयोजकों का कहना है कि ओलंपिक खेल स्थगित नहीं किए जाएंगे। ओलंपिक खेलों के प्रभारी और आईओसी (इंटरनेशनल ओलंपिक समिति) उपाध्यक्ष जॉन कोट्स का कहना है कि ओलंपिक खेलों का आयोजन तय समय पर ही होगा।
आपातकाल के बावजूद होंगे ओलंपिक
जॉन कोट्स ने एक बयान में कहा कि टोक्यो और जापान के अन्य शहरों में कोरोना की वजह से आपातकाल लागू होने के बावजूद टोक्यो खेलो का आयोजन लगभग दो महीने के बाद अपने तय समय पर होगा। दरअसल, आयोजकों की तीन दिन की बैठक खत्म होने के बाद कोट्स ने ऑस्ट्रेलिया से ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर स्थानीय चिकित्सा विशेषज्ञों ने ओलंपिक के आयोजन के खिलाफ सलाह दी तब भी इन खेलों का आयोजन होगा। साथ ही उन्होंने बताया कि उन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन और वैज्ञानिकों की सलाह के अनुसार खाका तैयार कर लिया है।
60 से 80 प्रतिशत जनता पक्ष में नहीं
साथ ही कोट्स ने कहा कि वे लोग जो भी उपाय कर रहे हैं, वे संतोषजनक हैं। उनका कहना है कि खेलों का सुरक्षित आयोजन सुनिश्चित किया जाएगा। कोट्स ने कहा कि वे अपने फैसल पर कायम रहेंगे। हालांकि जापान में 60 से 80 प्रतिशत जनता 23 जुलाई से शुरू होने वाले ओलंपिक खेलों को कराने के पक्ष में नहीं है। जापान के शीर्ष कोरोना वायरस सलाहकार ने आयोजकों से कोई भी फैसला लेने पहले इसके प्रभाव पर विचार करने का आग्रह किया है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) और स्थानीय आयोजकों को बुलाया और कहा कि वे इस बारे में फैसला लें कि ओलंपिक का आयोजन किया जा सकता है या नहीं।
फैसले की जिम्मेदारी आयोजन समिति के पास
कोरोना वायरस सलाहकार समिति के अध्यक्ष शिगेरु ओमी ने कहा कि खेलों के आयोजन पर फैसला लेने की जिम्मेदारी आईओसी और टोक्यो ओलंपिक आयोजन समिति के पास है। वहीं टोक्यो ओलंपिक आयोजन समिति की अध्यक्ष सेइको हाशिमोतो ने कहा कि वे ओलंपिक को 23 जुलाई से आठ अगस्त तक कराने का फैसला पहले ही कर चुके हैं।
Published on:
22 May 2021 06:06 pm
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