क्वार्टर फाइनल से पहले हुए मुकाबले में बॉक्सर सतीश कुमार को चोट लग गई थी। अंतिम 16 में उनका मुकाबला जमैका के रिकार्डो ब्राउन से हुआ था। इस मुकाबले में सतीश ने रिकार्डो ब्राउन को 4-1 से हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया था। हालांकि अंतिम 16 मुकाबले में सतीश को ठुड्डी और दाहिनी आंख पर गहरा कट लग गया था। इससे उनके 7 टांके आए। ऐसे में सतीश के क्वार्टर फाइनल खेलने पर संशय बना हुआ था। मेडिकल क्लीयरेंस मिलने के बाद वह क्वार्टर फाइनल में उतरे।
टोक्यो ओलंपिक के लिए पांच भारतीय पुरुष मुक्केबाजों ने टिकट हासिल किया था। सतीश को छोड़कर, सभी मुक्केबाज पहले दौर में बाहर हो गए। मुक्केबाज अमित पंघल भी 52 किग्रा के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने में नाकाम रहें। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के रहने वाले सतीश सेना में हैं और पहले कबड्डी खेलते थे। सेना के कोचों ने उनकी अच्छी कद काठी देखकर उन्हें मुक्केबाजी खेलने का मौका दिया। सतीश कुमार ट्रेनिंग के समय कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे। इस बीमारी से उबरने में उनको काफी समय लगा और उन्होंने महत्वपूर्ण ट्रेनिंग मिस की।