नदीम लेकर घूम रहे थे नीरज का जेवलिन
नीरज चोपड़ा ने ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि वह फाइनल की शुरुआत से पहले अपना जेवलिन तलाश कर रहे थे। उन्हें अपना जेवलिन नहीं मिल रहा था। अचानक नीरज ने देखा कि पाकिस्तान के खिलाड़ी अरशद नदीम उनका जेवलिन लेकर घूम रहे थे। इसके बाद नीरज ने नदीम से कहा,’भाई यह मेरा जैविलन है, यह मुझे दे दो। मुझे इससे थ्रो करना है।’ इसके बाद नदीम ने नीरज को उनका जेवलिन लौटा दिया। नीरज ने कहा कि इसी वजह से फाइनल में उन्होंने पहला थ्रो काफी जल्दबाजी में फेंका था।
नीरज ने पाकिस्तान को दिया संदेश
इसके साथ ही नीरज चोपड़ा ने इंटरव्यू में बताया कि अरशद नदीम अच्छे जेवलिन थ्रोअर हैं और उन्होंने क्वॉलिफाइंग राउंड में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। इसके साथ ही नीरज ने कहा कि नदीम ने फाइनल में भी अच्छा प्रदर्शन किया। नीरज का कहना है कि उन्हें लगता है कि यह पाकिस्तान के लिए अच्छा है कि, उनके पास जेवलिन में रूचि दिखाने का अच्छा मौका है। नीरज का कहना है कि नदीम भविष्य में इंटरनेशनल मंच पर अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। इसके साथ ही नीरज ने पाकिस्तान को एक संदेश भी दिया। नीरज ने पाकिस्तान के लोगों से अरशद नदीम को सपोर्ट करने के लिए कहा। नीरज ने कहा कि नदीम ने पाकिस्तान को जेवलिन में पहचान दी है और उसे आपके सहयोग की जरूरत है।
यह भी पढ़ें— tokyo olympics 2020 रवि दहिया ने बताया पहलवान द्वारा दांत से काटने के बाद भी क्यों नहीं किया विरोध
नीरज को बताया था अपना आदर्श
पाकिस्तान के अरशद नदीम को भी टोक्यो ओलंपिक 2020 में पदक दावेदार माने जा रहे थे। हालांकि उन्होंने फाइनल में 84.62 का थ्रो फेंका, जिससे वह मेडल नहीं जीत पाए। इससे पहले अरशद नदीम ने 85.16 मीटर के थ्रो के साथ फाइनल के लिए क्वालिफाई किया था। वहीं अरशद नदीम ने नीरज चोपड़ा को अपना आदर्श भी बतासा था। ओलंपिक की आधिकारिक वेबसाइट के प्लेयर प्रोफाइल सेक्शन में नदीम ने नीरज चोपड़ा को अपना हीरो बताया है। नदीम पहले पाकिस्तानी एथलीट हैं, जिन्होंने ओलंपिक में किसी भी ट्रैक और फील्ड इवेंट के फाइनल के लिए क्वालिफाई या।