घर में मनजीत का छोटा भाई भंवरजीत सिंह अपनी पत्नी के साथ भी था लेकिन अगले रोज सुबह देखा तो वह कमरे में नहीं था। घर के एक कोने में जाकर देखा तो मनजीत सिंह का शव खून से लथपथ मिला। सूचना मिलने पर परिजनों और ग्रामीणों की सूचना पर चूनावढ़ के तत्कालीन एचएचओ दिनेश राजौरा पहुंचे और मुआयना किया। पुलिस जांच में पाया गया कि मनजीत सिंह का पड़ौस में रहने वाली गुरप्रीत कौर पत्नी जंगीर सिंह के साथ अवैध संबंध थे। इन संबंधों को लेकर गुरप्रीत कौर का प्रेमी चूनावढ़ वार्ड 6 हाल रावला निवासी गौरा सिंह उर्फ गुरासिंह उर्फ अमनदीप सिंह पुत्र अमरजीत सिंह इस संबंधों को लेकर नाराज हो गया और उसने अपनी प्रेमिका के साथ मनजीत सिंह का चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी। तब आरोपी गौरासिंह उर्फ गुरासिंह फरार हो गया लेकिन उसकी प्रेमिका और आरोपिया गुरप्रीत कौर को पुलिस ने गिरफ्तार कर अदालत में चालान पेश किया।
इस मामले में गिरफ्तार आरोपी महिला गुरप्रीत कौर को 17 मई 2007 को तत्कालीन अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश संख्या एक एलएन जोईयां ने दोषी मानते हुए उसे आजीवन कारावास व दो हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई थी। लेकिन आरोपी गौरासिंह उर्फ गुरासिंह के फरार होने के कारण उसका मामला लंबित रख गया था। कुछ अर्से पहले यह आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया था। सैशन कोर्ट में विचाराधीन इस मामले में आखिरकार बुधवार को आरोपी गौराङ्क्षसह उर्फ गुरासिंह को दोषी मानते हुए आजीवन कारावास से दंडित किया था।
कमीज के बटनों ने खोला था राज
पुलिस की जांच ने इस ब्लाइंड मर्डर की जांच गहनता से की। मनजीत सिंह की हत्या के दौरान किसी भी परिजन को पता नहीं लगने पर यह बात गले से नहीं उतरी तो आसपास पड़ौसियों से मृतक के पृष्ठभूमि को खंगाला गया तो तब गुरप्रीत कौर का नाम सामने आया था। उसके घर पर जब तलाशी ली गई तो मृतक की कमीज के कई बटन वहां बिखरे मिले थे। इन बटनों से कड़ी जुड़ी तो हत्या का खुलासा हो गया। पुलिस ने जब गुरप्रीत कौर से कड़ी पूछताछ की तो उसने बताया कि उसके और मनजीत सिंह के साथ संबंधों को लेकर गौराङ्क्षसह इतना नाराज हो गया कि उसने इस कांटे को निकालने के लिए हत्या कर दी। हत्या में वह सक्रिय रूप से शामिल हुई।