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यहां कीमोथैरेपी शुरू होने के बाद जिला ही नहीं पंजाब व हनुमानगढ़ तक के मरीजों को मिली राहत

पहले एक डॉक्टर से शुरू हुई थी, अब दो डॉक्टर व पूरा स्टाफ

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यहां कीमोथैरेपी शुरू होने के बाद जिला ही नहीं पंजाब व हनुमानगढ़ तक के मरीजों को मिली राहत

यहां कीमोथैरेपी शुरू होने के बाद जिला ही नहीं पंजाब व हनुमानगढ़ तक के मरीजों को मिली राहत

श्रीगंगानगर. इलाके में कैंसर मरीजों की बहुतायत व मरीजों को बीकानेर या जयपुर जाने में परेशानी को देखते हुए राजकीय चिकित्सालय में कीमोथैरेपी शुरू की गई। अब यहां जिले ही नहीं वरन पंजाब, हनुमानगढ़ व हरियाणा तक के मरीज आने लगे हैं। पहले इन्हीं मरीजों को बीकानेर या जयपुर अस्पतालों में जाना पड़ता था, जिससे उनका पैसा व समय खराब होता था।

चिकित्सा अधिकारियों ने बताया कि वर्ष 2017 में राजकीय चिकित्सालय में कैंसर केयर यूनिट का शुभारंभ चार बेड व एक डॉक्टर से हुआ था। जब यहां जांच आदि के लिए कम ही मरीज आते थे। जैसे-जैसे मरीजों को पता चलता गया कि राजकीय चिकित्सालय में कैंसर मरीजों का इलाज हो रहा है। तो यहां पंजाब, हरियाणा, हनुमानगढ़ व जिले के मरीजों का आना शुरू हो गया। अब यहां दो कैंसर विशेषज्ञ लगाए जा चुके हैं। वहीं नर्सिंगकर्मियों को भी लगाया गया है।

कीमौथेरेपी लगवाने आ रहे मरीज

- अब पंजाब, हरियाणा, हनुमानगढ़ व जिले के मरीज यहां कीमौथेरेपी लगवाने के लिए आ रहे हैं। मरीजों को यहीं पर सोनोग्राफी, सीटी स्कैन जैसी जांच भी नि:शुल्क कराई जाती है। जांच में कैंसर रोग का पता लगाने के बाद इलाज यहां की कैंसर यूनिट में शुरू किया जाता है। यूनिट में अब डॉ. संजय गोदारा, डॉ. बद्री मेहरडा व स्टाफ में यूनिट प्रभारी रजनीश वर्मा, कुलविन्द्र कौर, सुनील कुमार लगे हुए हैं। यूनिट में एक माह में करीब डेढ़ सौ से अधिक मरीजों को कीमौथैरेपी लगाई जाती है। प्रतिदिन यहां सात-आठ मरीज कीमौथैरेपी के आ रहे हैं। अब इस यूनिट में तीन हजार से अधिक मरीजों को कीमौथैरेपी दी जा चुकी है।

मरीजों का बचा है काफी पैसा व समय

- चिकित्सकों ने बताया कि पहले पंजाब व इलाके के मरीज कीमौथैरेपी लगवाने के लिए बीकानेर पीबीएम अस्पताल या फिर जयपुर जाना पड़ता था। इसके चलते मरीज व परिजनों का काफी पैसा खर्च होता था और समय लगता था। बाहर जाने में मरीजों व परिजनों को काफी परेशानियां भी उठानी पड़ती थी। लेकिन अब यहां सभी सुविधाएं मिलने के कारण मरीजों को काफी राहत मिली है। अब मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है।

इनका कहना है

- अब राजकीय चिकित्सालय की कैंसर केयर यूनिट में दो कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉक्टर हैं और अभी पेलिटिव वार्ड भी शुरू कर दिया है। यूनिट में कीमौथैरेपी कराने के लिए अब मरीजों की संख्या बढ़ गई है। पहले मरीजों को बीकानेर या जयपुर जाना पड़ता था। अब सभी सुविधाएं यहीं है मिल रही है। ऐसे में कैंसर पीडि़त मरीजों को काफी लाभ मिला है।

- डॉ. बलदेव सिंह, पीएमओ राजकीय चिकित्सालय श्रीगंगानगर