20 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कहीं कमजोर तो नहीं हो रहा जिले का बीट तंत्र

जिले में हर थाने में बीट तंत्र सक्रिय है लेकिन यह बीट तंत्र कमजोर होता नजर आ रहा है।

2 min read
Google source verification
police station

police station

श्रीगंगानगर.

जिले में होने वाली चोरी, लूट सहित अन्य वारदातों के खुलासों में कई किराएदार व बाहर से यहां आने वाले व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है और अभी कई ऐसे प्रकरण हैं, जिनका पुलिस खुलासा नहीं कर पाई है।जबकि जिले में हर थाने में बीट तंत्र सक्रिय है लेकिन यह बीट तंत्र कमजोर होता नजर आ रहा है।

सेवानिवृत पुलिसकर्मियों व परिवादियों की मानें तो बीट तंत्र की स्थापना ही इसलिए की गई थी, बीट में होने वाली गतिविधियों, किराएदारों, संदिग्धों, आने-जाने वाले पर नजर रखी जा सके। बीट तंत्र बनने के कुछ समय तक इसने अच्छा काम किया और पूरी तरह सक्रियता नजर आई लेकिन कुछ समय से पुलिस का बीट तंत्र कमजोर पड़ता नजर आ रहा है। जिलेभर में बीट तंत्र में करीब आठ सौ से भी ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात है। इसके बाद भी कई प्रकरणों में कई-कई माह खुलासे नहीं हो पाते हैं। वहीं करीब एक साल से बीट में किराएदारों की सूची को भी अपडेट नहीं हो रही है। ना ही सीएलजी सदस्यों की नियमित बैठकें हो पा रही है।


बीटों में तैनात है 875 पुलिसकर्मी

जिले के 27 थानों में बीटों में 875 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। जो इन 875 बीटों के प्रभारी हैं। जिसमें अनूपगढ़ 38, घड़साना में 32, रामसिंहपुर में 30, रावला 28, गजसिंहपुर 36, घमूड़वाली 30, श्रीकरणपुर 36, केसरीसिंहपुर 36, पदमपुर 36, मुकलावा 21, रायसिंहनगर 40, समेजा कोठी 36, श्रीबिजयनगर 32, चूनावढ़ 30, हिन्दुमलकोट 20, लालगढ़ 30, मटीलीराठान 30, सादुलशहर 36, जवाहरनगर 36, कोतवाली 44, महिला थाना 13, पुरानी आबादी 36, सदर 42, जैतसर 34, राजियासर 30, सूरतगढ़ सिटी 33 व सूरतगढ़ सदर 30 कांस्टेबल तैनात हैं।


महिला थाने के बीट प्रभारी केवल कराते हैं तामील

जिले में 27 थानों में से 26 थानों के बीट प्रभारियों के पास कई जिम्मेदारियां होती है। जो अपनी-अपनी बीट में सीएलजी सदस्य बनाना, निगरानी रखना, तामील कराना सहित कई जिम्मेदारी होती है। महिला थाने का अपना कोई इलाका नहीं होता है। इसलिए उनके बीट प्रभारियों को तामील कराने व कागजात पहुंचाने के लिए शहर का इलाका बांटा जाता है। जो अपने थाने से संबंधित कार्य करते हैं।

इनका कहना है
- महिला थाने के बीट प्रभारियों को तामील आदि कार्य दिए जाते हैं। अन्य थानों के बीट प्रभारी ही सीएलजी सदस्य बनाने, निगरानी रखने, किराएदारों पर निगरानी रखते हैं।

तुलसीदास पुरोहित, सीओ सिटी श्रीगंगानगर