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भाजपा ने बदला कप्तान, शरणपाल सिंह को जिलाध्यक्षी

BJP changed captain, Sharanpal Singh as district president- श्रीगंगानगर जिले में भाजपा ने फिर खेला पंजाबी चेहरे पर दांव  

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भाजपा ने बदला कप्तान, शरणपाल सिंह को जिलाध्यक्षी

भाजपा ने बदला कप्तान, शरणपाल सिंह को जिलाध्यक्षी

श्रीगंगंगानगर। विधानसभा चुनाव से ऐनवक्त पर भाजपा हाईकमान ने जिलाध्यक्ष आत्माराम तरड़ की छुटटी कर दी गई है, उनके स्थान पर जिला उपाध्यक्ष शरणपाल सिंह को जिलाध्यक्ष के रूप में मनोनीत किया गया है। कांग्रेस ने पिछले दिनों अंकुर मगलानी के रूप में पंजाबी चेहरे के रूप में राजनीति समीकरण बदलने के प्रयास किए है, वहीं अब भाजपा ने भी पंजाबी चेहरे के रूप में चुनाव में दांव खेलने के लिए शरणपाल सिंह को जिले की कमान दी है। गुरुवार शाम को जैसे ही हाइकमान की ओर सूची जारी हुई तो सूरतगढ़ में िस्थत शरणपाल सिंह के आवास पर भाजपाई बधाई देने पहुंच गए। आरएसएस की विचारधारा से जु़ड़े रहने के कारण शरणपाल सिंह को पंजाबी चेहरे के रूप में जिलाध्यक्षी दी है। करीब चार साल पहले भाजपा ने नए जिलाध्यक्ष के लिए आवेदन मांगे थे, तब शरणपाल सिंह को सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा था लेकिन प्रदेशाध्यक्ष डा. सतीश पूनियां ने अपनी लॉबिंग में आत्माराम तरड़ पर ज्यादा फोकस किया और उन्हें जिलाध्यक्ष बना दिया था। पिछले दिनों प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी बनने के बाद जिलाध्यक्ष के बदलने के संकेत दे दिए गए थे। इस बार शरणपाल सिंह पंजाबी चेहरे के रूप में अपनी दावेदार में सबसे आगे थे। आखिर गुरुवार को शरणपाल सिंह के नाम पर मुहर लगा दी गई।
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29 साल से लगातार संगठन कार्यकर्ता
55 वर्षीय शरणपाल सिंह वर्ष 1994 से पार्टी में सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे है। जिला महामंत्री, जिला उपाध्यक्ष आदि पदों पर काम कर चुके है। इंजीनियरिंग की पढ़ाई 1991 में की। परिवार की विचारधारा भाजपा के साथ रही है। मौजूदा समय में जिलाध्यक्ष आत्माराम तरड़ की कार्यकारिणी टीम में जिला उपाध्यक्ष के रूप में काम कर रहे थे। उन्होंने बताया कि वर्ष 1999 में संगरिया सीट से उनके ताऊ गुरतेज सिंह बराड़ ने पार्टी की टिकट से चुनाव लड़ा था, तब भाजपा के प्रति ज्यादा लगाव हो गया। संगठन में रहकर पार्टी की विचारधारा को आगे बढ़ाने में काम पर फोकस किया।
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सबको साथ लेकर चलेंगे और खिलाएंगे कमल
नए जिलाध्यक्ष शरणपाल सिंह ने पत्रिका से बातचीत में स्वीकारा कि आगामी विधानसभा चुनाव में कम समय रहा हैं। ऐसे में पार्टी में सभी कार्यकर्ताओं को एक साथ काम करने पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा। पार्टी के निर्देश में पहले भी काम करता था और अब भी काम करूंगा।
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इसलिए शरणपाल को चुना
प्रदेश में भाजपा के अलग अलग गुटों में लॉबिंग की प्रक्रिया तेज हो गई है। नए जिलाध्यक्ष के लिए जिन नामों पर चर्चा चली उसमें शरणपाल सिंह का नाम सबसे आगे रहा। भाजपाईयों का कहना है कि किसी विशेष गुट की बजाय सर्व मान्य कार्यकर्ता के रूप में शरणपाल सिंह की खुद की छवि है। इसलिए पंजाबी चेहरे पर मुहर लगाने से पहले पार्टी हाईकमान ने उनके चेहरे को ध्यान में रखा। इसके अलावा कांग्रेस ने पिछले दिनों अंकुर मगलानी के रूप में पंजाबी चेहरे के माध्यम से चुनावी तैयारी शुरू कर दी है। मगलानी के मुकाबले भाजपा ने भी अब शरणपाल सिंह के रूप में पंजाबी मतदाताओं को रिझाने का संकेत दिया है।
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चुनौती से भरा होगा जिलाध्यक्ष का पद
इलाके में पूनियां गुट ओर वसुंधरा गुट के अलग अलग कार्यकर्ता हैं। इन दोनों गुटों को एक मंच पर लाने के लिए नए जिलाध्यक्ष शरणपाल सिंह के लिए चुनौती भरा काम होगा। वहीं अलग अलग मोर्चे ओबीसी, एससीएसटी, महिला, अल्पसंख्यक के अलावा कई प्रकोष्ठों को भी पार्टी की गाइडलाइन के अनुरुप लोगों को एडजेस्ट करने, अन्य दलों से आने वाले दिग्गजों को पार्टी की विचारधारा के अनुरुप तैयार करने, नई कार्यकारिणी में सभी वर्गो को फोकस करने आदि चुनौती भरे कदम हो सकते है। इसके साथ साथ राज्य की कांग्रेस सरकार के खिलाफ जिला स्तर से लेकर बूथ टीम तक प्रचार प्रसार कर अपडेट रहने की ज्यादा अपेक्षा रहेगी।